पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Election 2021) को लेकर राजनीतिक पार्टियां प्रदेश में पूरी तरह से सक्रिय हैं। 27 मार्च को पहले चरण का विधानसभा चुनाव होने वाला है। जिसके मद्देनजर राज्य में आज शाम से चुनाव प्रचार थम जाएगा। पहले चरण में 30 सीटों पर चुनाव होने वाले हैं।
बीजेपी अपने स्टार प्रचारकों के साथ चुनावी दंगल में हैं। आज पुरुलिया में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने प्रदेश की ममता सरकार (Mamata Banerjee) पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने पुरुलिया में आजसू उम्मीदवार के समर्थन में वोट मांगे।
‘हर किसान को मिलेंगे 18000 रुपये’
पुरुलिया में जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह (Amit Shah) ने कहा, ‘दीदी, कब तक रोकेगी, दो मई को दीदी को हटा दें, तीन मई से हर गरीब को स्वास्थ्य बीमा का पांच लाख रुपये मिलेगा। बीजेपी की जैसे ही सरकार बनेगी, हर किसान के घर में 18000 रुपये उनके बैंक एकाउंट में भेजा जाएगा। जंगलमहल इलाके के विकास के लिए बोर्ड बनाया जाएगा।‘
गृहमंत्री ने कहा कि ‘जंगल महल में एम्स बनाया जाएगा। दीदी की मलेरिया और डेंगू से दोस्ती है। बंगाल से मलेरिया और डेंगू तभी जाएगी, जब दीदी जाएगी।‘
उन्होंने कहा, ‘मोदी जी के नेतृत्व में बीजेपी की कट मनी हटा सकती है। कटमनी को हटाना है, तो बीजेपी को वोट देना पड़ेगा। आदिवासी और कुर्मी महिलाओं को 33 फीसदी नौकरी का आरक्षण देंगे। हर ब्लॉक में एकलव्य मॉडल स्कूल बनाएंगे, महिलाओं से बस में कोई टिकट नहीं लगेगा।’
‘गारंटी लेता हूं एक भी गुंडा नहीं आएगा’
जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, ‘दीदी की सरकार बदल दो, घुसपैठियों को चुन-चुन कर निकालने का काम बीजेपी की सरकार करेगी। चाहे मतुआ समुदाय या नमोसूद्र समुदाय को नागरिकता बीजेपी की सरकार देगी। मैं गारंटी लेता हूं कि एक भी गुंडा नहीं आएगा, कोई कुछ नहीं बिगाड़ेगा। दीदी के गुंडों से डरने से जरूरत नहीं है। चुनाव आयोग ने हर बूथ पर सेंट्रल फोर्स लगाई है।’
किसके सर पर सजेगा ताज?
बता दें, 294 विधानसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में चुनाव होने वाले हैं। टीएमसी ममता बनर्जी के चेहरे पर चुनावी दंगल में है। तो वहीं, टीएमसी को टक्कर देने का दावा करने वाली बीजेपी बिना सीएम फेस के ही चुनावी दंगल में है।
हालांकि, बीजेपी नेताओं की ओर से लगातार कहा जा रहा है कि जो भी सीएम बनेगा वह बंगाल की धरती का ही होगा। ऐसे में इस चुनाव में स्थिति क्या होगा, कौन जीतेगा बंगाल का किला, किसके सर पर सजेगा ताज, कौन होगा बंगाल का बादशाह यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।