केरल में आने वाले कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव (Kerala Assembly Election 2021) होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों अपनी तैयारियों में लगी है। प्रदेश की सत्तारुढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) दोबारा से सत्ता में वापसी का प्रयास कर रही है।
तो वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) से सत्तारुढ़ गठबंधन को कड़ी टक्कर मिलती दिख रही है। देश की सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी केरल की राजनीति में पांव जमाने की कोशिशों में लगी है। बीजेपी के तमाम बड़े नेता और केंद्रीय मंत्री प्रदेश में चुनावी रैली और जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं।
आज बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) केरल के दौरे पर हैं। आज वह केरल (Kerala) में कई रैलियों को संबोधित करने वाले हैं। इसी बीच केरल में ही एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने प्रदेश की सत्तारुढ़ LDF और प्रमुख प्रतिद्वंदी UDF को निशाने पर लिया है।
‘कांग्रेस एक भ्रमित पार्टी है’
केरल के थ्रिप्पुनिथुरा में एक रोड शो के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा, ’केरल के लोग लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) से तंग आ चुके हैं। यहां के लोग भारतीय जनता पार्टी (BJP) को एक विकल्प के रूप में देख रहे हैं। मुझे यकीन है कि हम आने वाले राज्य विधानसभा चुनावों में हम बहुत अच्छी बढ़त के साथ प्रदर्शन करेंगे।‘
गृहमंत्री ने देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘कांग्रेस एक भ्रमित पार्टी है। वे केरल में कम्युनिस्टों के खिलाफ लड़ रहे हैं और बंगाल में उनके साथ लड़ रहे हैं। कांग्रेस पार्टी और उसका नेतृत्व भ्रमित है।‘
केरल की सियासत में गोल है बीजेपी!
बता दें, केरल की सियासत में बीजेपी की पकड़ लगभग ना के बराबर है। राज्य में विधानसभा या लोकसभा चुनावों के प्रदर्शन की बात करें तो बीजेपी का प्रदर्शन एवरेज से भी कम रहा है। विधानसभा चुनाव 2016 में बीजेपी को एक सीट पर जीत मिली थी। जबकि लोकसभा चुनाव 2019 में केरल में बीजेपी का खाता भी नहीं खुला था। 20 लोकसभा सीटों वाले केरल में कांग्रेस और उसके घटक दलों ने 19 सीटों पर कब्जा जमाया था।
गौरतलब है कि 140 विधानसभा सीटों वाले केरल में 6 अप्रैल को एक चरण में चुनाव होने वाला है। जिसके नतीजे 2 मई को घोषित किए जाएंगे। केरल में हर 5 साल पर सत्ता बदलती रहती है। ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि केरल विधानसभा चुनाव 2021 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली UDF को बड़ी जीत मिल सकती है। बीजेपी का वोट प्रतिशत भी बढ़ने के आसार हैं।