याद करिए डेढ़ साल पहले का वो दिन जब कोरोना महामारी ने देश में दस्तक दी थी, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया था। उससे पहले लॉकडाउन के बारे में तो कोई सोच-समझ भी नहीं सकता था, लेकिन फिर कोरोना ने कई महीनों तक लोगों को घर में ही लॉक रहने को मजबूर कर दिया। अब ऐसा लग रहा है कि एक बार फिर से लॉकडाउन वापस लौट सकता है। लेकिन इस बार कोरोना संकत की वजह से नहीं बल्कि सांसों के छाए हुए संकट की वजह से।
प्रदूषण की वजह से बिगड़ते हालात
दिल्ली-NCR में हर साल की तरह इस साल भी मौसम के करवट लेते ही और दिवाली के बाद पॉल्यूशन खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। पूरे दिल्ली-NCR में बीते कई दिनों से हवा बेहद जहरीली हो गई। इस जहर में ही लोगों को सांस लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी चिंतित है। यही वजह है कि बढ़ते पॉल्यूशन को लेकर कोर्ट में लगातार सुनवाई हो रही है। प्रदूषण कंट्रोल करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने ही शनिवार को दिल्ली में लॉकडाउन लगाने की सलाह दी थी। इसके बाद दिल्ली सरकार ने कुछ दिशा निर्देश जारी किए और दिल्ली में स्कूल एक हफ्ते के लिए बंद कर दिए गए। साथ ही साथ सरकारी कर्मचारियों का भी वर्क फॉर्म होम करने का फैसला लिया गया।
…तो लग सकता है लॉकडाउन
अब सोमवार को फिर इस मसले पर कोर्ट में सुनवाई हुई। दिल्ली सरकार ने कोर्ट में एक हलफनामा भी दाखिल किया, जिसमें कहा गया कि वो दिल्ली में लॉकडाउन लगाने के लिए तैयार है। लेकिन सरकार ने साथ में ये भी कहा कि सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे NCR में अगर लॉकडाउन लगाया जाएगा, तो ही ये कदम कारगर साबित होगा। क्योंकि दिल्ली के साथ साथ NCR की हवा भी जहरीली है। दिल्ली सरकार के हलफनामे के बाद अब सवाल उठने लगे है कि क्या दिल्ली के साथ साथ नोएडा,गाजियाबाद और गुड़गांव में एक बार फिर लॉकडाउन लगाने की तैयारी हो रही है?
दिल्ली के साथ बढ़ते प्रदूषण के चलते हरियाणा के चार जिलों में भी स्कूल बंद किए गए हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश ने ऐसा कोई फैसला नहीं किया है। वहीं बात एयर क्वालिटी की करें, तो दिल्ली की हवा में बेहद मामलूी सा सुधार आया है, लेकिन ये अभी भी बेहद खराब कैटिगरी में बनी हुई है। सोमवार को दिल्ली का AQI 342 दर्ज किया गया। वहीं गाजियाबाद का AQI 328, ग्रेटर नोएडा का 340, गुड़गांव का 326 और नोएडा का AQI 328 है।
लेकिन लॉकडाउन स्थाई समाधान नहीं…
ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि लॉकडाउन प्रदूषण कम करने में असरदार साबित होगा? इस पर एक्सपर्टक की मानें तो जो परिस्थितियां अभी है, उसमें अगर 2 दिन का लॉकडाउन लगाया जाए लगाया जाए, तो उससे प्रदूषण के स्तर में मामूली सा सुधार हो सकता है। लेकिन प्रदूषण से निपटने का लॉकडाउन स्थाई समाधान नहीं। इसके लिए जिन चीजों से प्रदूषण फैल रहा है, उसके खिलाफ सख्ती से काम करना होगा।
वैसे कोर्ट में सुनवाई के दौरान जहां एक ओर SC ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है, तो वहीं इस मामले में अभी बुधवार तक के लिए सुनवाई टाली भी गई है। इस दौरान कोर्ट ने केंद्र और राज्य दोनों ही सरकार से तुरंत मीटिंग जल्द से जल्द सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए। बुधवार को फिर प्रदूषण के मामले पर कोर्ट सुनवाई करेगा।