पश्चिम बंगाल में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा दिन पर दिन चढ़ता ही जा रहा है। सभी पार्टियां इन चुनावों के लिए कमर कस चुकी है। बंगाल चुनाव के लिए बीजेपी और TMC ही सबसे ज्यादा एक्टिव मोड़ में नजर आ रही हैं और एक दूसरे को कड़ी टक्कर देने की पूरी कोशिशों में हैं।
बंगाल चुनाव की सरगर्मियों के बीच एक मुद्दा राज्य में छा गया और वो है एक बुजुर्ग महिला की पिटाई का मामला। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है, जिसमें एक बुजुर्ग महिला के चेहरे पर गंभीर चोटों के निशान दिख रहे हैं। ये मामला उत्तर 24 परगना जिले का है। इस मामले पर बीजेपी और TMC एक दूसरे पर आरोप लगाती नजर आ रही हैं।
पिटाई का आरोप बीजेपी ने TMC पर लगाया
जहां एक तरफ बीजेपी महिला की पिटाई का आरोप TMC पर लगा रही है। तो वहीं दूसरी ओर TMC का ये कहना है कि बीजेपी महिला का इस्तेमाल के लिए कर रही हैं।
अब सवाल ये उठता है कि आखिर ये बुजुर्ग महिला कौन हैं, जिन्होनें चुनाव से पहले बंगाल की सियासत में बवाल मचा दिया? क्यों इनके साथ इस तरह का बर्ताव हुआ? ये पूरा मामला क्या है, आइए आपको इसके बारे में बता देते हैं…
दरअसल, जिस बुजुर्ग महिला को बेरहमी से पीटा गया है, वो बीजेपी के एक कार्यकर्ता की मां बताई जा रही हैं। बीजेपी कार्यकर्ता गोपाल मजूमदार के मुताबिक 27 फरवरी को TMC कार्यकर्ताओं ने उनके घर में घुसकर हमला किया। इस दौरान उनकी बुजुर्ग मां को भी बुरी तरह पीटा गया।
वहीं मजूमदार की मां ने इस घटना को लेकर बताया कि उन लोगों ने घर में घुसकर मेरे सिर और गर्दन पर मुक्कों से मारा। मेरे चेहरे पर भी मारा। मुझे डर लग रहा है क्योंकि उन्होनें मुझे इसके बारे में किसी को भी नहीं बताने की चेतावनी दी।
पुलिस अधिकारी ने किया ये दावा
हालांकि TMC ने इन आरोपों को खारिज किया है। वहीं पुलिस अधिकारी की तरफ से इस मामले को लेकर ये दावा किया गया कि बीजेपी कार्यकर्ता की मां पर हमला नहीं हुआ। उनका चेहरा किसी बीमारी की वजह से सूजा है। अधिकारी के मुताबिक इस मामले की हर एंगल से जांच हो रही हैं। अब तक घटना के जिम्मेदार लोगों की पहचान नहीं हुई, क्योंकि उन्होनें मास्क पहने थे।
‘बंगाल की बेटी’ पर मचा घमासान
बुजुर्ग महिला की पिटाई के मामले सियासत काफी गर्मा गई है। इसको लेकर राज्य में कई पोस्टर भी लगाए गए, जिसे बीजेपी नेता सोशल मीडिया पर शेयर करते नजर आ रहे हैं। पोस्टर में बुजुर्ग महिला का चेहरा लगाते हुए पूछा गया- ‘क्या ये बंगाल की बेटी नहीं है?’ गौरतलब है कि चुनावों को लेकर TMC ममता बनर्जी को बंगाल की बेटी के रूप में पेश कर रही है। इसी को लेकर अब कटाक्ष किया गया।
वहीं बीजेपी के इन आरोपों पर TMC की ओर से भी पलटवार किया। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने इस पर ट्वीट करते हुए कहा- ‘TMC सकारात्मक अभियान चला रही है। बीजेपी बदहवास है। उसके पास सुशासन के मोर्चे पर ममता बनर्जी का मुकाबला करने के लिए कुछ नहीं है। बंगाल को तो अपनी बेटी चाहिए। फर्जी खबरों की फैक्टरी फिर बेनकाब हुई है।’
आपको बता दें कि बंगाल में मार्च से लेकर अप्रैल तक 8 चरणों में चुनाव होंगे। पहले चरण के चुनाव 27 मार्च को हैं। वहीं आखिरी चरण के लिए वोटिंग 29 अप्रैल को होगी। 2 मई को इन चुनावों के नतीजे आएंगे।