प्लास्टिक प्रदूषण ताजमहल को प्रभावित कर रहा है। यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल कंबोडिया में, अंगकोर वाट के बाद, एशिया का दूसरा सबसे अधिक देखा जाने वाला पर्यटन स्थल माना जाता है। यह पूरे विश्व में 8वें सबसे प्रदूषित शहर में स्थित है। 1980 के दशक में, सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी कि कैसे स्मारक का हाथीदांत-सफेद संगमरमर पीला हो रहा है। जैसी चिंताए जाहिर की गई थी। हाल ही में 10 वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता (Climate activist) लिसिप्रिया कंगुजम (Lisipriya kangujam) ने अपने ट्विटर हैंडल पर ताजमहल के चारों ओर कूड़ेदान की एक तस्वीर शेयर की थी। जिसमें वह अपने हाथ में एक तख्ती लेकर खड़ी थी। उसमें लिखा था, ‘ ताजमहल के सुंदरता के पीछे प्लास्टिक प्रदूषण है।’
उनकी इसी तस्वीर को शेयर करते हुए कंगुजम के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए, सपा नेता मनीष जगन अग्रवाल ने कहा था कि ‘विदेशी पर्यटक भी बीजेपी शासित योगी सरकार को आईना दिखाने को मजबूर हैं। बीजेपी की सरकार में यमुना जी गंदगी से भरी पड़ी हैं, ताजमहल की खूबसूरती पर ये गंदगी एक बदनुमा दाग है, विदेशी पर्यटक द्वारा सरकार को आइना दिखाना बेहद शर्मनाक है, भारत और यूपी की ये बीजेपी छवि सरकार ने बनाई है’। बता दें , लिसीप्रिया कंगुजम (Lisipriya kangujam) भारत के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर से ताल्लुक रखती हैं और पर्यावरण के मुद्दे पर अक्सर ही अपनी आवाज बुलंद करती नजर आती हैं। उन्हें साल 2019 में अंतरराष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार से भी नवाजा गया था।
मिला सपा नेता को करारा जवाब
लिसिप्रिया कंगुजम ने सपा नेता मनीष जगन अग्रवाल को जवाब देते हुए कहा कि हेलो सर। मैं एक गौरवान्वित भारतीय हूं, मैं विदेशी नहीं हूं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी लिखा कि सर मैंने अपने देश का प्रतिनिधित्व संयुक्त राष्ट्र में आठवीं बार 10 वर्ष की आयु तक किया। मुझे भी देसी ना कहें, नॉर्थ ईस्ट के लोगों के प्रति इस तरह के नस्ल वाली रवैया को रोकें। यह किसी भी कीमत पर अस्वीकार्य है।
इसपर मनीष अग्रवाल ने सफाई पेश करते हुए फिर ट्वीट किया और लिखा इस तस्वीर को कल एक न्यूज चैनल ने दिखाया, जिसमें भारत की इस बेटी को विदेशी बताया गया ,चैनल की गलत खबर की वजह से समझने में भूल हुई, भारत की इस बेटी के पर्यावरण बचाओ अभियान की सराहना है और हम सब भारत की इस बेटी लिसीप्रिया के साथ हैं, जो भी भ्रम हुआ वो न्यूज चैनल की वजह से हुआ। हालांकि सपा नेता के ट्रोलिंग का सिलसिला नहीं रुका। अन्य सोशल मीडिया यूजर्स ने मनीष अग्रवाल को उनकी इस सफाई देने पर ट्रोल किया। ट्विटर यूजर्स का कहना है कि सपा नेता ने अब भी अपनी गलती नहीं मानी है और मीडिया को गलत बता रहे हैं। यहां तक कि लोगों ने सपा नेता से अपनी बात प्रूव करने के लिए मीडिया चैनल के उस वीडियो को भी डालने के लिए कहा। एक सोशल मीडिया यूजर ने सपा पर तंज कसते हुए लिखा कि यह समाजवादी वाले हैं। इनकी दुनिया सहारनपुर से शुरू होकर देवरिया पर खत्म हो जाती है। उससे बाहर वाले इनके लिए केवल विदेशी हैं। विशाल नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं – ज्ञान देने से पहले एक बार रिसर्च भी कर लिया करिये।