इस साल असम समेत पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं, जिसको लेकर सियासी पारा अभी से चढ़ा हुआ है। असम में बीजेपी को मात देने के लिए दूसरे दलों के साथ कांग्रेस पार्टी गठबंधन में चुनाव लड़ने जा रही हैं। कांग्रेस ने पांच दलों के साथ असम विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया। इसमें से एक पार्टी AIUDF भी है, जिसके प्रमुख बदरुद्दीन अजमल है। इन सभी पार्टियों ने मिलकर अभी से बीजेपी के खिलाफ हल्ला बोल दिया है।
चुनाव से पहले बदरुद्दीन का विवादित बयान
इसी बीच AIUDF प्रमुख और लोकसभा सांसद बदरुद्दीन अजमल ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए एक विवादित बयान दिया। उन्होनें कहा कि अगर 2024 में फिर से बीजेपी की सरकार सत्ता में आ जाती है तो वो देशभर में 3500 मस्जिद गिरा देगी, जिस की लिस्ट अभी से तैयार है।
सिर्फ इतना ही नहीं बदरुद्दीन की तरफ से ये भी दावा किया गया कि बीजेपी बुर्का पहनकर महिलाओं को बाहर नहीं निकलने देगी। दाढ़ी रखने, टोपी पहनने और अजाने पर भी रोक लगा देगी।
AIUDF चीफ ने बुधवार को ये बयान में अपने धुबरी संसदीय क्षेत्र के गौरीपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए दिया। उन्होनें कहा कि बीजेपी महिलाओं, ट्रिपल तलाक, मस्जिदों, दाढ़ी और देश की दुश्मन है।
‘बुर्का, दाढ़ी, टोपी अजान पर लग जाएगी रोक’
रैली में बदरुद्दीन अजमल बोले- ‘हम अपने घर में क्या खाते हैं, क्या इसका फैसला बीजेपी करेगी? अगर आप अलर्ट नहीं रहे और असम में बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई तो वो महिलाओं के बुर्का पहनकर निकलने पर रोक लगा देगी। दाढ़ी नहीं रखने देगी, टोपी पहनने पर भी रोक लगा देगी और सिर्फ यही नहीं मस्जिदों में अजान भी नहीं देने देगी। क्या आप ऐसी जिंदगी जी पाएंगे?’
‘2024 में फिर बनी सरकार तो…’
बदरुद्दीन यही नहीं रुके उन्होनें भड़काऊ बयान देते हुए ये भी कहा कि बीजेपी ने असम में कई मस्जिदों को निशाना बनाया। उन्होनें आरोप लगाते हुए ये कहा कि देशभर में बीजेपी ने 3500 मस्जिदों की लिस्ट बनाई हुई है और अगर दोबारा केंद्र में बीजेपी की सरकार सत्ता में आ जती है, तो वो इन मस्जिदों को गिरा देगी।
अजमल ने अपने भाषण में ट्रिपल तलाक और बाबरी मस्जिद को लेकर भी भड़काऊ बयान दिया। वो बोले- ‘कुरान में ट्रिपल तलाक को मंजूरी मिली हुई थीं। लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने इसको खत्म कर दिया। बीजेपी ने बाबरी मस्जिद को गिरा दिया और अब वहां पर उसकी जगह मंदिर बना रही हैं।’
सहयोगियों ने भी की इस बयान की निंदा
बदरुद्दीन अजमल के इस बयान कि निंदा ना केवल बीजेपी ने की, बल्कि उनके गठबंधन सहयोगी कांग्रेस और AGM ने भी इस पर नाराजगी जताई। बीजेपी प्रवक्ता रूपम गोस्वामी के प्रवक्ता ने कहा कि उनका ये बयान घबराहट दिखाता है, क्योंकि उनको मालूम है कि असम में ज्यादा मुस्लिम हमारी पार्टी को वोट देने जा रहे हैं। वो ऐसे सांप्रदायिक बयानों से वोटों के ध्रुवीकरण करना चाह रहे हैं। लेकिन असम की जनता समझदार हैं और इस तरह के बयानों का सच जानते हैं।
वहीं कांग्रेस की ओर से उनके बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा ने कहा गया कि उनकी पार्टी कभी ऐसी बातेंं नहीं कहेगीं। क्योंकि वो हमारे गठबंधन का पार्ट हैं, इसलिए हम अजमल से पूछेंगे और सुनिश्चित करना चाहेंगे कि ऐसे बयान भविष्य में हमारे किसी ओर सहयोगी की तरफ से ना दिया जाए। इसके अलावा AGM प्रमुख और राज्यसभा सांसद अजित कुमार भूयान ने भी अजमल के इस विवादित बयान की निंदा की और इसको सांप्रदायिक और समाज के लिए हानिकारक बताया।
5 पार्टियों के साथ गठबंधन में लड़ेगी कांग्रेस
आपको जानकारी के लिए बता दें कि असम में इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा के चुनाव होने हैं। हाल ही में कांग्रेस ने इन चुनावों को AIUDF, नव गठित आंचलिक गन मोर्चा (AGM) और तीन लेफ्ट पार्टी, CPI, CPI-M और CPI-ML के साथ विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की। राज्य में 126 सीटों पर चुनाव होंगे। फिलहाल यहां बीजेपी की सरकार सत्ता में हैं और सर्बानंद सोनोवाल राज्य के मुख्यमंत्री हैं।