बिहार की सियासत में इन दिनों हलचल काफी तेज है। बिहार में विधानसभा का सत्र चल रहा है। जिसमें शिक्षा, महंगाई, बरोजगारी समेत तमाम मुद्दों पर बहस हो रही है। पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सत्र के दौरान प्रजनन दर को लेकर टिप्पणी की थी।
जिसके बाद बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर ने प्रजनन दर को लेकर विवादित बयान दे डाला। उन्होंने एक धर्म विशेष पर प्रजनन दर बढ़ाने का आरोप लगाया। जिसपर अब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के विधायक की प्रतिक्रिया सामने आई है।
जानें क्या है पूरा मामला?
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के विधायक अख्तरुल ईमान ने बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, जनसंख्या वृद्धि मर्दानगी का काम है, जिसमें है वो बढ़ाए। उन्होंने कहा, आबादी से कभी नुकसान नहीं होता। अब इस बयान पर प्रदेश की सियासत में हलचल काफी तेज हो गई है।
दरअसल, बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर ने एक प्राइवेट टीवी चैनल से बात करते हुए कहा था कि एक धर्म विशेष लोग आबादी बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा, प्रजनन दर तो घटा है, लेकिन सिर्फ हिंदुओं का परंतु एक धर्म विशेष यानी मुस्लिम समुदाय के लोगों की आबादी तेजी से बढ़ रही है और उनकी योजना है कि बिहार सहित पूरे देश का इस्लामीकरण कर दिया जाए।
उन्होंने कहा कि इस विधानसभा सत्र में वह जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की मांग को जोर-शोर से उठाएंगे।
नीतीश ने नहीं दी इस मामले पर प्रतिक्रिया
दूसरी ओर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने उनके इस बयान पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है। जब मीडिया ने उनसे इस मामले पर सवाल पूछा तब नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें बीजेपी विधायक के इस बयान के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा कोई बयान नहीं सुना। हालांकि, नीतीश कुमार ने ये जरूर कहा कि हमने बिहार में जनसंख्या नियंत्रण के लिए बहुत काम शुरू किया है और उसका फायदा भी दिख रहा है। सत्र में नीतीश कुमार ने विधानसभा में बिहार में प्रजनन दर को लेकर स्थिति स्पष्ट की थी। उनके बयान के बाद ही तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई।
नीतीश कुमार ने सत्र में कहा था कि बिहार में जनसंख्या ज्यादा है। ऐसे में हमारा लक्ष्य प्रजनन दर को कम करना है। सीएम ने कहा, सर्वे में पता चला है कि जहां भी लड़कियां मैट्रिक या इंटर पास हैं, वहां प्रजनन दर कम है अगर लड़कियां शिक्षित होंगी तो प्रजनन दर में कमी आएगी।