उत्तर प्रदेश में साल 2022 (UP Election 2022) की शुरुआत में ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से अपनी तैयारियों में लगी है। इसी बीच राज्य में हुए जिला पंचायत चुनाव ने प्रदेश की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के आत्मविश्वास को सातवें आसमान पर पहुंचा दिया है।
हाल ही राज्य के कुल 75 सीटों पर हुए जिला पंचायत चुनाव में बीजेपी को 67 सीटों पर जीत हासिल हुई है। बीजेपी को आगामी चुनाव में टक्कर देने का दावा करने वाली समाजवादी पार्टी को मात्र 5 सीटों पर जीत मिली है। जबकि 3 सीटों पर छोटी पार्टियों के उम्मीदवार और निर्दलीय ने जीत हासिल की है।
इसी बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने समाजवादी पार्टी (SP) और राज्य के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव को निशाने पर लिया है।
‘यूपी में एक भी मुसलमान जिला अध्यक्ष नहीं’
असदुद्दीन ओवैसीन ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लगातार कई ट्विट करते हुए सवाल उठाए हैं। उन्होंने अपने ट्विट में कहा, ‘उत्तर प्रदेश के 19 प्रतिशत आबादी वाले मुसलामानों का एक भी जिला अध्यक्ष नहीं है। मंसूबा बंद तरीक़े से हमें सियासी, म’आशी और समाजी तौर पर दूसरे दर्जे का शहरी बना दिया गया है।‘
उत्तर प्रदेश के 19 प्रतिशत आबादी वाले मुसलामानों का एक भी जिला अध्यक्ष नहीं है। मंसूबा बंद तरीक़े से हमें सियासी, म’आशी और समाजी तौर पर दूसरे दर्जे का शहरी बना दिया गया है।1/n
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 4, 2021
लोकसभा सांसद ने यूपी की प्रमुख विपक्षी पार्टी सपा को इशारों- इशारों में लपेटने की कोशिश की है। उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश की एक सियासी पार्टी खुद को भाजपा का सबसे प्रमुख विपक्षी दल बताती है। ज़िला पंचायत के चुनाव में उनके 800 सदस्यों ने जीत दर्ज की थी लेकिन अध्यक्ष के चुनाव में मात्र 5 अध्यक्ष की सीटों पर उनकी जीत हुई है ऐसा क्यों? क्या बाक़ी सदस्य भाजपा के गोद में बैठ गए हैं?’
ओवैसी के निशाने पर बीजेपी
ओवैसी ने अपने अगले ट्विट में कहा, ‘मैनपुरी, कन्नौज, बदायूँ, फ़र्रूख़ाबाद, कासगंज, औरैया, जैसे ज़िलों में इस पार्टी के सबसे ज़्यादा प्रत्याशी जीत कर आए थे, लेकिन अध्यक्ष के चुनाव फिर भी हार गए, इन सारे ज़िलों में तो कई सालों से ‘परिवार विशेष’ का दबदबा भी रहा है।‘
मैनपुरी, कन्नौज, बदायूँ, फ़र्रूख़ाबाद, कासगंज, औरैया, जैसे ज़िलों में इस पार्टी के सबसे ज़्यादा प्रत्याशी जीत कर आए थे, लेकिन अध्यक्ष के चुनाव फिर भी हार गए, इन सारे ज़िलों में तो कई सालों से ‘परिवार विशेष’ का दबदबा भी रहा है। 3/n
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 4, 2021
AIMIM चीफ ने अपने अगले ट्विट में बीजेपी को निशाने पर लिया। उन्होंने लिखा, ‘अब तो हमें एक नई सियासी तदबीर अपनाना ही होगा। जब तक हमारी आज़ाद सियासी आवाज़ नहीं होगी तब तक हमारे मसाइल हल नहीं होने वाले हैं। भाजपा से डरना नहीं है, बल्कि जम्हूरी तरीके से लड़ना है।‘
ओवैसी की पार्टी लड़ने वाली है UP Election 2022
बताते चले कि यूपी में फरवरी-मार्च 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। कई विपक्षी पार्टियों ने इस बार अकेले ही चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। कांग्रेस और बीएसपी पहले ही इस बात का ऐलान कर चुकी है। तो वहीं, समाजवादी पार्टी प्रदेश के छोटे राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेगी।
ओवैसी की पार्टी AIMIM भी यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में हिस्सा लेने वाली है। पार्टी पहले ही इस बात का ऐलान कर चुकी है। ओवैसी लगातार मुस्लिम वोटों को जोड़ने की कोशिशों में लगे हैं!
दूसरी ओर सपा अखिलेश यादव के नेतृत्व में बीजेपी को मात देने की बात कहते नजर आ रही है। लेकिन विधानसभा चुनाव से महज 8 महीनें पहले हुए जिला अध्यक्ष चुनाव ने सपा की नींद उड़ा दी है। पंचायत चुनाव में बेहतरीन जीत हासिल करने वाली सपा, जिला अध्यक्ष चुनाव में अपना मैजिक दोहरा पाने में नाकाम रही है। जिसे लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं।