कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन से एक बार फिर पूरी दुनिया दहशत में है। डेल्टा के बाद अब ये नया वेरिएंट कई देशों के लिए परेशानी बनकर सामने आया है। ब्रिटेन समेत कई देशों में कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट की वजह से तबाही मची हुई है। भारत में अभी इसका उतना असर तो नहीं देखने मिल रहा, लेकिन जिस तरह से धीरे धीरे कर मामले बढ़ रहे है उससे चिंता जरूर बढ़ी हुई है।
‘हर हालात के लिए रहें तैयार’
इस बीच AIIMS निदेश डॉ रणदीप गुलेरिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि देश को किसी भी हालात का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। गुलेरिया ने कहा कि हमें तैयारी करनी होगी। साथ में ये उम्मीद भी करनी चाहिए कि हमारे यहां पर हालात ब्रिटेन जितने खराब ना हो। उन्होंने कहा कि हमें और डेटा की जरूरत है। दुनिया में बढ़ते ग्राफ पर हमें नजर रखनी होगी। यही समझदारी वाला कदम होगा कि हम ऐसी किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए खुद को तैयार रखे।
बता दें कि ओमीक्रोन पिछले सभी कोरोना वेरिएंट के ज्यादा खतरनाक इसलिए माना जा रहा है क्योंकि ये काफी तेजी से फैलता है। इस वेरिएंट के मामले बहुत तेजी से बढ़ते हुए कई देशों में दिख रहे है।
बढ़ने लगे है मामले
वहीं भारत में भी ओमीक्रोन के केसेस में लगातार बढ़ोतरी होती दिख रही है। देश में इस वेरिएंट के मामले बढ़कर 150 के पार पहुंच चुकी है। कुल 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों तक ये वेरिएंट पहुंच चुका है। ओमीक्रोन वेरिएंट से अभी सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र है। राज्य में अब तक इस वेरिएंट के 54 केस मिल चुके है।
देश की राजधानी दिल्ली में भी केस अब बढ़ने लगे है। दिल्ली में बीते दिन कोरोना के 107 नए मामले सामने आए और संक्रमण दर 0.17 रहा। पिछले 6 महीनों में ये सबसे ज्यादा था। इससे पहले 25 जून को दिल्ली में 115 कोरोना केस आए थे। ये बढ़ते हुए मामले एक बार फिर से चिंता बढ़ाने लगे। दिल्ली में अब तक ओमीक्रोन वेरिएंट के कुल 22 मामले सामने आए है। इसके अलावा राजस्थान में 17, कर्नाटक में 14, तेलंगाना में 20, गुजरात में 9, केरल में 11 समेत कई राज्यों में ओमीक्रोन के केस अब तक मिल चुके है।
जल्द आ सकती है थर्ड वेव
वहीं इससे पहले शनिवार को नेशनल कोविड-19 सुपरमॉडल कमिटी ने कोरोना की थर्ड वेव को लेकर आशंका जाहिर की। इसमें कहा गया कि अगले साल की शुरुआत में देश में कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना है। ये फरवरी में अपने पीक पर हो सकती। हालांकि ये भी कहा कि थर्ड वेव दूसरी लहर जितनी खतरनाक नहीं होगी। इसके हल्के रहने की संभावना हैं। ओमीक्रोन वेरिएंट तीसरी लहर का कारण बन सकता है।