Agra Warrant officer dies: शनिवार को आगरा में भारतीय वायु सेना की आकाश गंगा स्काईडाइविंग टीम के एक पैरा जंप प्रशिक्षक की मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब वह एक “डेमो ड्रॉप” के दौरान हेलीकॉप्टर से छलांग लगा रहे थे। घटना में वारंट ऑफिसर रामकुमार तिवारी (41) को गंभीर चोटें आईं, जिनकी बाद में सैन्य अस्पताल में मौत हो गई। यह घटना वायु सेना के लिए गहरा दुख लेकर आई है और शोक व्यक्त करने के लिए कई नेता और अधिकारी सामने आए हैं।
हादसा कैसे हुआ? (Agra Warrant officer dies)
पुलिस के अनुसार, शनिवार सुबह करीब 9:30 बजे वारंट ऑफिसर रामकुमार तिवारी ने हेलीकॉप्टर से छलांग लगाई। हालांकि, तकनीकी खराबी के कारण उनका पैराशूट समय पर नहीं खुला, जिससे वह सीधे जमीन पर गिर पड़े। इस हादसे के बाद उन्हें तुरंत मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान करीब 11:40 बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
A Para Jump Instructor from the IAF’s Akash Ganga Skydiving Team succumbed to injuries sustained during a Demo Drop at Agra today. The IAF deeply mourns the loss, and extends heartfelt condolences to the bereaved family, standing firmly with them in this hour of grief.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) April 5, 2025
सहायक पुलिस आयुक्त विनायक भोसले ने बताया कि हादसे की सूचना दोपहर करीब 12 बजे सैन्य अस्पताल से मिली, और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। वायु सेना ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, “आईएएफ की आकाश गंगा स्काईडाइविंग टीम के एक पैरा जंप प्रशिक्षक की आज आगरा में डेमो ड्रॉप के दौरान लगी चोटों के कारण मृत्यु हो गई। हम इस क्षति पर गहरा शोक व्यक्त करते हैं और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं।”
राजनीतिक प्रतिक्रिया: अखिलेश यादव का बयान
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, “पहले गुजरात के जामनगर में एक फाइटर जेट के क्रैश होने से एक फ्लाइट लेफ्टिनेंट की मृत्यु और अब आगरा में पैराशूट न खुलने से एक वायु सेना के अफसर की मृत्यु का समाचार बेहद दुखदायी है।” उन्होंने आगे कहा, “सुरक्षा से समझौता प्राणघातक साबित हो सकता है। इन मामलों में हर स्तर पर गुणवत्ता की गहन-गंभीर जांच होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसे दुर्घटनाओं का दोहराव न हो।”
पहले गुजरात के जामनगर में एक फाइटर जेट के क्रैश होने से एक फ्लाइट लेफ्टिनेंट की मृत्यु और अब आगरा में पैराशूट न खुलने से एक एयरफ़ोर्स अफ़सर की मृत्यु का समाचार बेहद दुखदायी है। सुरक्षा से समझौता प्राणघातक साबित होता है। इन मामलों में हर स्तर पर गुणवत्ता की गहन-गंभीर जाँच हो,… pic.twitter.com/RxqmRu1Ghx
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 5, 2025
पहले भी हुई थी एक दुर्घटना
यह पहला मामला नहीं है जब वायु सेना के किसी अधिकारी की मौत पैराशूट में तकनीकी खराबी के कारण हुई हो। दो महीने पहले, फरवरी 2025 में, आगरा में ही एक और वायुसेना अधिकारी, वारंट अफसर मंजूनाथ की मौत हुई थी। इस हादसे में भी पैराशूट समय पर नहीं खुला था।
वारंट अफसर तिवारी का योगदान
वारंट अफसर रामकुमार तिवारी ने 2002 में भारतीय वायु सेना जॉइन की थी और उन्होंने अब तक सैकड़ों पैराशूट छलांगें लगाई थीं। वह एक अनुभवी और कुशल ट्रेनर थे, जिन्होंने कई जवानों को पैरा जंप की ट्रेनिंग दी थी। विशेष रूप से, वह भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी को भी ट्रेनिंग देने के लिए प्रसिद्ध थे।