केंद्र सरकार (Central Government) ने सेना की भर्ती प्रक्रिया में बड़ा बदलाव करते हुए ‘मिशन अग्निपथ स्कीम’ (Agnipath Scheme Army) का ऐलान कर दिया है। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ नाथ सिंह (Rajnath Nath Singh) ने सेना में भर्ती होने वाले युवाओं को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर Agnipath Scheme के तहत बड़ी सौगात दी है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजनाथ सिंह के साथ सेना के तीनों प्रमुख आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे, एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, नौसेना चीफ एडमिरल आर हरि कुमार भी मौजूद रहे। Rajnath Singh ने कहा, ‘यूथफुल प्रोफाइल से यह फायदा भी होगा कि उन्हें नई-नई टेक्नोलॉजी के लिए आसानी से ट्रेन किया जा सकेगा और उनकी हेल्थ और फिटनेस का लेवल भी बेहतर होगा। अग्निपथ योजना के अंतर्गत यह प्रयास किया जा रहा है कि भारतीय सेनाओं का प्रोफ़ाइल उतना ही यूथफुल हो जितना कि भारत में युवाओं का प्रोफाइल है। इससे अर्थव्यवस्था को भी अच्छी ट्रेनिंग वाले लोगों मिलेंगे और उत्पादकता बढ़ाने और जीडीपी की बढ़ोतरी में भी मदद मिलेगी’।
कैसे होगी भर्ती
अब आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में सैनिकों की भर्ती सिर्फ 4 साल के लिए होगी। अग्निपथ योजना के तहत, साढ़े 17 साल से 21 साल के युवाओं को सेना में भर्ती किया जाएगा। इन्हें 10 हफ्ते से लेकर 6 महीने तक की ट्रेनिंग दी जाएगी। जिसके बाद उन्हें घर भेज दिया जाएगा। बाद में इनमें से अधिकतम 20 से 25 पर्सेंट को वापस सेना में बुलाया जाएगा जो फिर सेना में मौजूदा सैनिकों की तरह परमानेंट नौकरी करेंगे। केंद्र सरकार कैबिनेट मीटिंग में इसे अप्रूवल दे सकती है, जिसके बाद आर्मी चीफ, नेवी चीफ और एयरफोर्स चीफ मिलकर इस बारे में देश को बताएंगे। इन जवानों को होलोग्राफिक्स, नाइट, फायर कंट्रोल सिस्टम से लैस किया जाएगा। साथ ही, हैंड हेल्ड टारगेट सिस्टम भी जवानों के हाथ में दिए जाएंगे।
चार साल बाद मिलेगा विशेष सेवा निधि पैकेज
वेतन से कटने वाला पैसा अग्निवीर कॉर्प्स फंड में जमा होगा। जितना पैसा अग्निवीर के वेतन से कटेगा, उतनी ही राशि सरकार भी अग्निवीर कॉर्प्स फंड में डालेगी, जो 4 साल की सेवा पूरी करने के बाद अग्निवीर को ब्याज सहित वापस मिलेगा। यह राशि करीब 11.71 लाख रुपये होगी, जो सेवा निधि पैकेज के रूप में मिलेगी। पूरी राशि कर मुक्त होगी।अग्निपथ योजना के तहत सालाना सैलरी पैकेज 4.76 लाख रुपये होगी। चौथे साल में यह सैलरी बढ़कर 6.92 लाख रुपये हो जाएगी। इसके अलावा रिस्क और हार्डशिप पैकेज अलग से दिया जाएगा।
क्या है ‘टूर ऑफ ड्यूटी’
‘टूर ऑफ ड्यूटी’ का मकसद रक्षा बलों का खर्च और उम्र घटाना भी है। इस स्कीम के लागू होने से भारतीय सेनाओं की एवरेज Age Profile 35 साल से घटकर 25 साल हो जाएगी। अग्निपथ स्कीम के तहत सेना के तीनों अंगों में पहले साल 45 हजार से ज्यादा युवाओं की भर्ती हो सकती है। सशस्त्र बलों का अनुमान है कि इस योजना के सफल होने पर सरकार को उनके वेतन, भत्तों और पेंशन के मद में हजारों करोड़ रुपये की बचत होगी। सैन्य मामलों के विभाग ने अग्निपथ योजना बनाने से पहले 8 देशों के लागू इसी तरह के मॉडल का अध्ययन किया है।
क्या है योग्यता
इस योजना में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए आयु तय की गई है। इस योजना का लाभ वही कैंडिडेट्स उठा सकते हैं उनकी उम्र 17 साल छह महीने से 21 साल के बीच में होगी। इस योजना के तहत शामिल होने वाले कैंडिडेट्स को सेना की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इस योजना के तहत कैंडिडेट्स , आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में भी शामिल हो सकते हैं। इन पदों पर अप्लाई करने वाले कैंडिडेट्स को 10वीं और 12वीं पास होना जरूरी है।
जवान शहीद हुआ तो
आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने बताया कि Agnipath Scheme के दौरान भर्ती हुए सैनिक में से अगर कोई जवान शहीद होता है तो उसके परिवार को पूरा इंश्योरेंस कवर मिलेगा। इसके अलावा, शहीद के परिवार को सेवा निधि समेत लगभग एक करोड़ रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा, शहीद की बची हुई सेवा की पूरी सैलरी भी परिवार को मिलेगी। सेवा के दौरान अगर जवान दिव्यांग हो जाते हैं तो दिव्यांगता के प्रतिशत के हिसाब से करीब 44 लाख रुपये मिलेंगे। सेवा निधि के अलावा बची हुई सेवाकाल की पूरी सैलरी भी जवान को दी जाएगी’।