देश के 5 प्रदेशों में अप्रैल-मई के महीनें में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। लेकिन देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। पार्टी के कई नेता लगातार इन राज्यों में चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं।
तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता अपनी ही पार्टी को निशाने पर ले रहे हैं और लगातार सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा और बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) के बीच तकरार बढ़ती जा रही है।
आनंद शर्मा (Anand Sharma) के बयान पर एक बार फिर से बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष ने G-23 नेताओं को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा है कि वे अपना काम निकाल चुके हैं इसलिए पार्टी को बदनाम करने में लगे हैं।
आनंद शर्मा ने उठाए थे सवाल
पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा (Anand Sharma) ने ट्वीट कर कांग्रेस पार्टी पर धर्मनिरपेक्षता को खत्म करने का आरोप लगाया था। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के लिए कांग्रेस पार्टी ने वामदल और मुस्लिम धर्मगुरु अब्बास सिद्दकी के नेतृत्व वाले ISF से गठबंधन किया है। जिसपर कांग्रेस नेतृत्व से नाराज चल रहे नेताओं की ओर से सवाल उठाए जा रहे हैं।
पिछले दिनों कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा था कि, ‘सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस चयनात्मक नहीं हो सकती है। हमें हर सांप्रदायिकता के हर रूप से लड़ना है। पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की उपस्थिति और समर्थन शर्मनाक है, उन्हें अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए।‘ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया था कि ये गठबंधन पार्टी की मूल विचारधारा के खिलाफ है।
‘…बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं’
कांग्रेस पार्टी पर भड़के दिग्गज नेताओं को अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने करारा जवाब दिया है। उन्होंने एक प्राइवेट चैनल से बात करते हुए कहा, इन सभी (G-23) नेताओं ने कांग्रेस पार्टी के सत्ता में रहने के दौरान सुख लिया। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘उनको लगता है कि कांग्रेस के पास उन्हें देने के लिए कुछ भी नहीं है… इसलिए वे कांग्रेस को बदनाम कर रहे हैं।‘
उन्होंने कांग्रेस की विचारधार पर सवाल उठा रहे नेताओं को निशाने पर लेते हुए कहा, ‘वे उस पार्टी को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे उन्हें भविष्य में कुछ मिल सके।‘ चौधरी ने अप्रत्यक्ष रुप से कह दिया कि वे इस तरीके से बोलकर बीजेपी में शामिल होने चाहते हैं।
वहीं, अधीर रंजन चौधरी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, ‘प्रतिष्ठित कांग्रेसियों के एक चुनिंदा समूह से आग्रह करेंगे कि वे हमेशा निजी सुखसुविधाओं की चाहत से ऊपर उठें और प्रधानमंत्री की प्रशंसा करते हुए समय बर्बाद करना बंद करें।‘ उन्होंने कहा था, ‘‘उनका कर्तव्य पार्टी को मजबूत करने का है, उस पेड़ को कमजोर करने का नहीं जिसने उनका पोषण किया है।‘
कांग्रेस में हो सकता है दो फाड़
बता दें, आनंद शर्मा पार्टी के उन 23 नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में संगठनात्मक बदलाव की मांग की थी। पिछले दिनों इन नेताओं ने कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर में एक जनसभा को संबोधित किया था और कांग्रेस पार्टी के खिलाफ सुर बुलंद किए थे।
मौजूदा समय में कांग्रेस पार्टी इन 5 चुनावी राज्यों में अपने विरोधियों के खिलाफ आवाज बुलंद कर रही है, चुनाव प्रचार में लगी हुई है। वहीं, दूसरी ओर पार्टी को अंदरुनी ताकतों से भी लड़ना पड़ रहा है। पार्टी नेतृत्व और G-23 नेताओं के बीच जारी तकरार को लेकर अब इस बात के कयास लगने शुरु हो गए हैं कि आने वाले कुछ ही दिनों में पार्टी में दो फाड़ हो सकता है।