किसान आंदोलन से सुर्खियों में आए और किसान आंदोलन के दौरान ही लाल किला के पास हुई हिंसा में आरोपी बनाए गए पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू मंगलवार यानी 15 फरवरी को एक सड़क हादसे का शिकार हो गए और आखिर में उनकी मौत हो गई। खबरों पर गौर करें तो वो स्कॉर्पियो में ट्रैवल कर रहे थे। इसी दौरान स्कॉर्पियो कार करनाल टोल पर एक कंटेनर से जा टकराई। बताया जा रहा है कि कुंडली-मानेसर हाईवे पर उनकी कार का एक बड़ा एक्सीडेंट हुआ था। कहा जा रहा है कि उनको कुछ दिनों से जान से मारने की धमकियां मिल रही थी। ऐसे में अब जो है इस पर भी ध्यान देना होगा कि कहीं सिद्धू की मौत साजिश तो नहीं? कहीं धमकियां सच तो नहीं हो गयीं? खैर पुलिस इस ऐंगल से भी जांच करने में जुट गयी है।
2020 में हुए किसान आंदोलन के दौरान में शामिल होकर भी दीप सिद्धू ने किसान नेताओं के ख़िलाफ़ आवाज़ उठानी शुरू की। दरअसल हुआ ये कि एक मीटिंग के वक्त किसान नेताओं ने दीप सिद्धू को बोलने का कोई मौका नहीं दिया। शायद अपनी एक्टिविटी से वो किसान नेताओं की आंख में खटकने लगे थे। आखिर में 26 जनवरी को लाल किला हिंसा के दौरान हुआ ये कि किसान आंदोलन को बदनाम करने की साज़िश करने का साफ सीधा आरोप दीप सिद्धू के सिर मढ़ दिया गया।
किसान नेताओं की पोल खोलने की दी थी धमकी
हाल ही में एक फेसबुक लाइव के जरिए दीप सिद्धू ने किसान नेताओं से संबंधित कुछ राज उजागर करने तक की बात कही थी। इस लाइव में उन्होंने साफ कहा कि मुझ पर आपने बेशर्मी से आरोप लगाया है। लोग (दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के लिए) आपके फैसले के बेस पर संकल्प लेकर आए। आपकी बात मानी। मेरे वश में लाखों लोग कैसे हो सकते हैं? अगर मैं लाखों को भड़का सकता हूं तो आप कहां खड़े हैं?
उन्होंने आगे कहा कि ‘आप कह रहे थे कि दीप सिद्धू को कोई फॉलो नहीं करता है और उसका कोई योगदान नहीं है; फिर आप कैसे दावा करते हैं कि मैंने वहां लाखों लोगों को भड़काया? इस लाइव में सिद्धू ने दावा किया था कि वो अभी भी सिंघू सीमा के पास हैं। ये फेसबुक लाइव रात के करीब 2 बजे किया गया था। सिद्धू ने आगे कहा कि रेड फोर्ड पहुंचने वाले लोगों को किसान नेताओं ने मनाने के लिए एक स्टैंड लिया होता तो वे सरकार पर ज्यादा दबाव डाल सकते थे।
ये तो सिद्धू की कही गयी बातें हैं पर दूसरी तरफ कुछ नेताओं ने सिद्धू पर ही आरएसएस का एजेंट होने का आरोप जड़ा था। इस फेसबुक लाइव के बाद उन्हें जान से मारने तक की धमकियां मिलने लगी थीं तो सवाल वहीं आकर खड़ा होता है कि उनकी मौत हादसा थी या फिर सोची समझी साजिश?
दीप सिद्धू की मौत की असल वजह क्या?
पंजाब विधानसभा चुनाव में भी दीप सिद्धू काफी एक्टिव थे। वो खुद तो चुनाव नहीं लड़ रहे थे पर एक कैंडिडेट के लिए प्रचार अभियान में जरूर जुटे हुए थे। पंजाब में अभी वोटिंग होनी है ऐसे में इसी दौरान दीप सिद्धू की मौत कई तरह के शक पैदा करती है। ये गुत्थी आने वाले वक्त में कब सुलझेगी ये देखना होगा।
दीप सिद्धू के लाइफ से जुड़ी कुछ बातों पर गौर करें तो पंजाब के मुक्तसर में वो पैदा हुए और स्कूलिंग के बाद लॉ की उन्होंने पढ़ाई की और फिर मॉडलिंग की तरफ बढ़ गए। काफी सारे अवॉर्ड भी उन्होंने अपने नाम किए। फिल्मों में कदम रखा और उनकी पहली फिल्म रमता जोगी साल 2015 में रिलीज हुई। इसके बाद वो पंजाबी फिल्मों में एक्टिव ही रहे। 2018 में आई फिल्म जोरा दास नंबरिया से दीप काफी फेमस हुए जिसमें वो एक गैंगस्टर के किरदार में थे। अपने दमदार लुक और एक्टिंग के दम पर उनके फैंस बढ़ते चले गए। उनके गैंगस्टर लुक को युवाओं ने बेहद पसंद किया।