बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश में एक बहुप्रतिष्ठित न्यूज चैनल के पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की मौत का मामला सामने आया है। उनकी मौत को लेकर तरह-तरह की खबरें सामने आ रही है। मौत से एक दिन पहले ही उन्होंने शराब माफियाओं से अपनी जान को खतरा बताया था। उन्होंने इस बावत आला पुलिस अधिकारियों को पत्र भी लिखे थे। उसके एक दिन बाद ही संदिग्ध परिस्थिति में उनकी मौत हो गई है। हालांकि, पुलिस इसे एक्सीडेंट का मामला बता रही है।
जानें क्या है मामला?
खबरों के मुताबिक यह घटना तब हुई जब वह एक खबर का कवरेज कर वापस घर लौट रहे थे। जिस दौरान यह घटना घटित हुई। हनुमान प्रसाद श्रीवास्तव प्रतापगढ़ में थाना कोतवाली नगर के स्टेशन रोड स्थित सदरपुर पश्चिमी के रहने वाले सुलभ श्रीवास्तव एक चैनल के लिए बतौर जिला संवाददाता के रुप में काम कर रहे थे।
पिछले दिनों उन्होंने प्रतापगढ़ के विभिन्न थाना क्षेत्रों मैं अवैध शराब का जखीरा पकड़े जाने की घटना का कवरेज उन्होंने किया था। इसके बाद 9 जून को न्यूज चैनल के डिजिटल प्लेटफार्म पर एक खबर भी चलाई थी। जिसे लेकर कुछ लोगों ने बताया था कि शराब माफिया उस खबर को लेकर उनसे नाराज हैं।
ADG प्रयागराज जोन को लिखा था पत्र
सुलभ ने एक दिन पहले ही एडीजी प्रयागराज जोन को पत्र भेजकर अपनी व अपने परिवार की जान को खतरा बताया था। पत्र में उन्होंने कहा था कि पिछले 2 दिनों से जब भी वह घर से बाहर निकलते हैं तो ऐसा प्रतीत होता है कि कोई उनका पीछा कर रहा है। ऐसे में उन्हें लगता है कि कुछ शराब माफिया, जो उनकी खबर से नाखुश हैं, उन्हें या उनके परिवार को नुकसान पहुंचा सकते हैं। उनका परिवार भी डरा सहमा है। अब सुलभ श्रीवास्तव के मौत की खबर सामने आई है।
खबरों के मुताबिक वह रविवार देर रात अपने साथियों के साथ लालगंज में अपराधियों को पकड़े जाने की खबर का कवरेज कर वापस घर लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि वह बाइक से अपने साथियों से आगे निकल गए थे। कुछ देर बाद साथी पहुंचे तो वह सड़क किनारे मृत पड़े मिले। उनके सिर पर हल्की चोट के निशाने थे।
हादसे की आशंका जता रही पुलिस
जानकारी मिलते ही आनन फानन में पुलिस घटना स्थल पर पहुंच गई। प्रारंभिक जांच में पुलिस हादसे की आशंका जता रही है कि सुलभ हादसे का शिकार हो गए। पुलिस का कहना है कि बारिश की वजह से सड़क पर फिसलन थी और इसी वजह से उनकी बाइक अनियंत्रित हो गई और वह हादसे का शिकार हो गए। हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया है कि जांच पड़ताल जारी है।