पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी सरकार बनाने के लिए अपनी कमर कस चुकी है। वो कांग्रेस के अंदर चल रहे कलह और बीजेपी के खिलाफ किसानों की नाराजगी को भुनाने की तैयारी कर रही हैं। आप इस बार साफ तौर पर ऐलान कर चुकी है अगर आप की सरकार पंजाब में बनती है तो पंजाब का सीएम कोई सिख ही होगा। इसी के साथ आप ने किसान नेताओं को भी साधना शुरु कर दिया हैं। आप चाहती हैं कि किसी तरह से किसान नेता विधानसभा चुनाव में आप की तरफ से सीएम चेहरा बन जाएं, क्योंकि इससे पंजाब में वोटर्स का एक बड़ा तबका आप के पाले में खुद ही आ जाएगा। 3 कृषि कानूनों को लेकर पंजाब के किसान बीजेपी से नाराज है तो वहीं कांग्रेस और अकाली दल से जनता वैसे ही परेशान हो गई है। ऐसे में आप के पास मौका है कि वो इस मौके का सही इस्तेमाल करके पंजाब में परचम लहरा सकती है। अगर कोई किसान नेता आप के साथ आ जाए तो ये सोने पर सुहागा जैसा होगा।
क्या कहते हैं किसान नेता-
आप लगातार किसान नेताओं को मनाने की कोशिश कर रही है। किसान नेता बलबीर राजेवाला से 8 दौर से भी ज्यादा की वार्ता की है, लेकिन यहां अड़गा अन्य किसान नेताओं के समर्थन को लेकर आ रहा है। किसान नेता पहले ही कई बार साफ कह चुके है कि वो राजनीति में नहीं आना चाहते है। किसानों ने कभी प्रधान का चुनाव तक नहीं लड़ा है और अब उन्हें विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा जा रहा है। हालांकि राजेवाला का बातचीत से चुनाव लड़ने को लेकर रूख नरम तो हुआ है मगर वो किसी भी तरह से किसान नेताओं के खिलाफ जाकर फैसला लेने के लिए तैयार नहीं है। उनका कहना है कि जो किसान नेता मिल कर फैसला करेंगे, वहीं होगा।
बीजेपी को होगा फायदा-
किसान नेता शुरु से ही कह रहे है कि वो किसी भी कीमत पर राजनीति की हिस्सा नहीं बनेंगे। ऐसे में अगर कोई किसान नेता चुनाव में खड़ा होता है तो बीजेपी के पास एक और मौका मिल जायेगा। वो सीधे तौर पर किसान नेताओं को लेकर आरोप लगा सकते है कि किसान नेता अपने सियासी फायदे के लिए आंदोलन चला रहे थे। हालांकि हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह ने कहा कि पंजाब की राजनीति को जरूरत है कि किसान नेता पंजाब की राजनीति में आए। तभी बदलाव हो सकेगा जिसपर बलबीर राजेवाला ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
ऐसे में एक तरफ आप की कोशिश, तो वहीं किसान नेताओं की विडंबना… क्या इसके बाद किसान नेता राजनीति में आने को लेकर कोई फैसला करेंगे? क्या किसानों के राजनीति में आने से पंजाब में कोई बड़ा बदलाव हो सकेगा? क्या आप की इस रणनीति से आप को पंजाब चुनाव में जीत मिलेगी?