जिंदगी…तीन अक्षर के इस छोटे से शब्द पर पूरी कायनात टिकी हुई है। लोग जिंदगी जीने के लिए हर चीज करने को तैयार होते हैं और खुशी-खुशी करते भी हैं। कोई किसी जगह पर नौकरी करता है तो कुछ लोग काफी मेहनत से दिन भर काम कर अपनी जिंदगी संवारते हैं। लेकिन जब आपकी शादी हो जाती है तो आपके साथ एक जिंदगी और जुड़ जाती है और तब आपकी जिम्मेदारियां काफी बढ़ जाती है।
ऐसे में लोग अब अपने परिवार की खुशियों के लिए हर चीज करने को तैयार होते हैं। कुछ लोग तो इस रेस में आगे निकल जाते हैं तो वहीं, किसी कारणवश कुछ लोगों की जिंदगी ठप्प पड़ जाती है। आज हम आपको दिल्ली के रहने वाले एक शख्स की ऐसी ही मार्मिक कहानी बताने जा रहे हैं जिसने जिंदगी में काफी कुछ पाया लेकिन फिर जिंदगी ने ऐसी करवट ली कि एक एक्सीडेंट के कारण सबकुछ तबाह हो गया।
‘…पूरी बॉडी है 100 फीसदी पारालाइज्ड’
हम बात कर रहे हैं दिल्ली के रहने वाले जहीर अब्बास की। जहीर अब्बास कभी इंटीरियर डेकोरेटर हुआ करते थे। साल 2013 में एक एक्सीडेंट ने उनकी जिंदगी तबाह कर दी। बिजनौर के हरिद्वार रोड पर हुआ एक्सीडेंट इतना खतरनाक था कि आज तक जहीर अब्बास बिस्तर से नहीं उठ पाए, चोट की वजह से कान के नीचे उनकी पूरी बॉडी 100 फीसदी पारालाइज्ड हो गई है।
इंश्योरेंस के पैसे से उनका इलाज हो रहा, बच्चे पढ़ रहे और उनका घर चल रहा। नेड्रिक न्यूज की टीम से बातचीत के दौरान जहीर अब्बास ने बताया कि उन्हें हर महीने इंश्योरेंस के कुछ पैसे मिलते है, जिसका एक बड़ा हिस्सा उनकी ट्रीटमेंट में चला जाता है। उनके बच्चे सेंट लॉरेंस कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ते आ रहे हैं जो फुली एयर कंडीशन है। जिसकी फी काफी ज्यादा बताई जा रही है।
इंश्योरेंस के बचे कुछ पैसों में अब्बास को पूरे घर का खर्च और बच्चियों की फी भरनी होती है। जो कि काफी मुश्किल है। उनका कहना है कि उनके और उनकी बीबी के पास क्रेडिट कार्ड्स है जिसकी मदद से और अपने दोस्तों से कर्ज लेकर वह कैसे भी काम चला पा रहे हैं।
पढ़ने में काफी अच्छी हैं जहीर अब्बास की बेटियां
जहीर अब्बास का कहना है कि उनकी बेटियां पढ़ने में काफी अच्छी हैं। वह 95-96 % स्कोर करती हैं। लेकिन स्कूल फी ज्यादा होने की वजह से अब उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने फी में कटौती या फी माफ कराने के लिए सेंट लॉरेंस कॉन्वेंट स्कूल का चक्कर भी काटा लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई और कोई रियायत नहीं मिली।
जहीर की मांग है कि सरकार भले ही उनकी किसी भी तरह की मदद न करे लेकिन बच्चियों की फी या तो कम हो जाए या फिर माफ हो जाए। जिससे उन्हें काफी सहूलिएत मिलेगी। घर में मौजूदा समय में कमाने वाला कोई नहीं है ऐसे में चीजें धीरे-धीरे और खराब होती जा रही। जिसे लेकर जहीर अब्बास ने सरकार से यह अर्जी लगाई है।
अगर आप किसी भी तरह से जहीर अब्बास की मदद करना चाहते हैं तो इस मोबाइल नंबर पर (9810761929) संपर्क कर सकते हैं और नेड्रिक न्यूज के जरिए अपनी मदद पहुंचा सकते हैं।
नेड्रिक न्यूज की टीम दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार से अपील करती है कि जल्द से जल्द जहीर अब्बास की मदद करें और उनकी बेटियों के बेहतर भविष्य के लिए कोई जरुरी कदम उठाए।