आज 15 अगस्त 2022 को देश की आजादी का 75वां स्वतंत्रता दिवस (75th Independence Day) मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लगातार 9वीं बार स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया। पीएम मोदी के तिरंगा फहराते ही दो एमआई 17 वन वी हेलीकॉप्टर से फूलों की बरसात हुई। ध्वजारोहण के बाद पीएम मोदी ने लाल किले से देश को संबोधित किया।
देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने लाल किले से देश को संबोधित किया। संबोधन के दौरान उन्होंने दुनियाभर में फैले हुए भारत प्रेमियों और भारतीयों को आजादी के अमृत महोत्सव की बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि न सिर्फ हिंदुस्तान का हर कोना बल्कि दुनिया के हर कोने में आज किसी न किसी रूप में भारतीयों के द्वारा या भारत के प्रति अपार प्रेम रखने वाले विश्व के हर कोने में ये हमारा तिरंगा आन-बान-शान के साथ लहरा रहा है। पीएम मोदी ने लाल किले से 1 घंटे 23 मिनट का भाषण दिया।
आइए जानते है पीएम के भाषण की पांच बड़ी बातें।
1- पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए देश के सामने खड़ी दो बड़ी चुनौतियों का जिक्र किया। पीएम ने ‘पहली चुनौती भ्रष्टाचार और दूसरी चुनौती परिवारवाद को बताया। पीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है। ऐसी स्थिती में भ्रष्टाचार से देश को लड़ना ही होगा। परिवारवाद को लेकर पीएम ने कहा कि जब मैं परिवारवाद की बात करता हूं, तो लोगों को लगता है कि मैं सिर्फ राजनीति की बात कर रहा हूं। लेकिन नहीं, दुर्भाग्य से राजनीतिक क्षेत्र की उस बुराई ने हिंदुस्तान के हर संस्थान में परिवारवाद को पोषित कर दिया है’।
2- पीएम मोदी ने अपने संबोधन में महिलाओं के सम्मान पर भी पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘देश में हर हाल में नारी का सम्मान जरूरी है।’ लाल किले की प्राचीर से भाषण देते हुए पीएम ने अपनी सबसे बड़ी पीड़ा बताई। उन्होंने कहा, ‘नारी का अपमान बंद हो। देश में हर हाल में नारी का सम्मान जरूरी है। क्योकि इससे देश का विकास होता है।’
3- भाषण देते हुए पीएम मोदी ने जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान के साथ अब जय अनुसंधान का नारा दिया। उन्होंने कहा, ‘जय जवान, जय किसान का लाल बहादुर शास्त्री जी का मंत्र आज भी देश के लिए प्रेरणा है। लेकिन अटल जी ने जय विज्ञान कह कर उसमें एक कड़ी जोड़ दी थी। हालांकि अब अमृत काल के लिए एक और अनिवार्यता है, वो है जय अनुसंधान। इसलिए अब से जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान है।’
4- पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए स्वतंत्रता सेनानियों को भी याद किया। उन्होंने संबोधन में कहा, ‘देश मंगल पांडे, तात्या टोपे, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, चंद्रशेखर आजाद, असफाक उल्ला खां, राम प्रसाद बिस्मिल जैसे अनगिनत हमारे क्रांति वीरों का कृतज्ञ है, जिन्होंने अंग्रेजों की हुकूमत की नींव हिला दी थी। आजादी की जंग लड़ने वाले और आजादी के बाद देश बनाने वाले भी अनेक महापुरुषों को आज नमन करने का अवसर है।’ इन स्वतंत्रता सेनानियों जैसे और भी महापुरुष हिंदुस्तान के हर कोने में भारत की चेतना को जगाते रहे।’
5- पीएम मोदी ने अपने भाषण में पंच प्रण के बारे में बताया। उन्होंने इस दौरान पांच बड़े संकल्प दिए। पीएम ने कहा- अब देश बड़े संकल्प लेकर चलेगा और वो बड़ा संकल्प है विकसित भारत और उससे कुछ कम नहीं होना चाहिए। दूसरा प्रण है शत प्रतिशत गुलामी की सोच से आजादी। किसी भी कोने में हमारे मन के भीतर अगर गुलामी का एक भी अंश हो, तो उसे किसी भी हालत में बचने नहीं देना। तीसरी प्रण है विरासत पर गर्व। हमें अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए। चौथा प्रण है एकता और एकजुटता। और पांचवा प्रण है नागरिकों का कर्तव्य। नागरिकों का कर्तव्य प्रगति का मार्ग तैयार करता है। इस कर्तव्य में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति भी शामिल होता है।