4PM channel banned: भारत में स्वतंत्रता की आवाज़ को दबाने के प्रयास के रूप में 4PM न्यूज चैनल को बंद करने का मामला सामने आया है। चैनल के प्रधान संपादक संजय शर्मा ने इसे सरकार द्वारा लोकतंत्र की आवाज को कुचलने की कोशिश करार दिया है। यह कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा के संदर्भ में की गई है, और इसका जिक्र यूट्यूब द्वारा एक सरकारी आदेश के रूप में किया गया है।
4PM चैनल की बंदी पर संजय शर्मा की प्रतिक्रिया- 4PM channel banned
संजय शर्मा ने कहा कि उन्हें मंगलवार सुबह यूट्यूब से एक ईमेल प्राप्त हुआ था, जिसमें बताया गया कि सरकार के आदेश के तहत उनका चैनल बंद किया गया है। शर्मा ने कहा कि यदि सरकार को किसी वीडियो पर आपत्ति थी, तो वे मेल भेजकर उन्हें सूचित कर सकती थी, और वे उस वीडियो को हटा देते। “सरकार से सवाल पूछना गुनाह नहीं है,” शर्मा ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा। उन्होंने कहा कि वे लोकतंत्र में अपनी आवाज उठाने का अधिकार नहीं छोड़ सकते और तानाशाही से डरने वाले नहीं हैं।
नरेंद्र मोदी 4PM से डर गए हैं।
और इसी डर की वजह से 4PM के नेशनल यूट्यूब चैनल को बंद करा दिया है।
ये मोदी सरकार, सबसे निचले स्तर पर आ गिरी है।
पाकिस्तान पर कोई ठोस कार्रवाई जब इनसे नहीं हो पा रहा तो ये देश के लोगों और पत्रकारों को कुचलने की कोशिश कर रही है।
नेशनल सिक्योरिटी की… pic.twitter.com/4wtW3iPI0Q— 4PM News Network (@4pmnews_network) April 29, 2025
चैनल पर क्या सामग्री थी?
4PM चैनल ने हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर कड़ी आलोचना की थी। चैनल ने कुछ विवादास्पद वीडियोज़ भी अपलोड किए थे, जिनमें सरकार की निंदा की गई थी। उदाहरण के लिए, एक वीडियो का शीर्षक था, “पहलगाम हमले का खुल गया राज। रातों रात क्या हुआ कि हट गई सेना?” और एक अन्य वीडियो का शीर्षक था, “लाल कालीन पर अमित शाह का स्वागत। मृतकों को श्रद्धांजलि देने गए थे या तमाशा?” इन वीडियोज़ में सरकार के रवैये पर सवाल उठाए गए थे, जिससे सरकार को आपत्ति हो सकती थी।
पाकिस्तानी चैनलों पर भी सरकार का कड़ा रुख
4PM के अलावा भारत सरकार ने पाकिस्तान से जुड़े 16 यूट्यूब चैनलों को भी प्रतिबंधित कर दिया था। इन चैनलों में पाकिस्तानी समाचार चैनल और पत्रकारों के व्यक्तिगत चैनल भी शामिल थे। ये चैनल भारत और भारतीय सुरक्षा बलों के खिलाफ झूठी और उकसाऊ सामग्री फैला रहे थे, जो पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को और तनावपूर्ण बना रही थी।
सरकार का रुख और विपक्ष की प्रतिक्रियाएं
भारत सरकार ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान पर सख्त कदम उठाए हैं, जिनमें सिंधु जल समझौते और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीज़ा सेवाओं को निलंबित करना शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले में शामिल आतंकवादियों को कड़ी सजा देने की बात कही है। इसके बाद, विपक्ष के नेताओं ने चैनल की बंदी पर सवाल उठाए हैं और इसे सरकार के खिलाफ स्वतंत्र मीडिया की आवाज़ को दबाने के प्रयास के रूप में देखा है।
4PM चैनल की सफलता और प्रभाव
4PM चैनल ने पिछले कुछ वर्षों में डिजिटल मीडिया पर अपनी जबरदस्त पकड़ बनाई थी। चैनल ने पिछले महीने 129 मिलियन से अधिक व्यूज प्राप्त किए थे और इसका मार्केट शेयर 11 प्रतिशत था। शर्मा ने इस सफलता को लोकतंत्र में एक मजबूत और प्रभावशाली आवाज के रूप में देखा है। उनके अनुसार, “चैनल बंद हो सकता है, लेकिन हमारी आवाज़ नहीं।”
संजय शर्मा का भविष्य
संजय शर्मा ने यह भी कहा कि भले ही उनका चैनल बंद कर दिया गया हो, वे अपनी पत्रकारिता जारी रखेंगे। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे उनके अन्य राज्य चैनलों को सब्सक्राइब करें और इस संघर्ष में उनका समर्थन करें। शर्मा ने कहा, “हम लोकतंत्र की मशाल जलाए रखेंगे, चाहे हमारे खिलाफ कितने भी प्रयास किए जाएं।”
चारों ओर चर्चा हो रही है कि 4PM चैनल के बंद होने के बाद संजय शर्मा और उनकी टीम का अगला कदम क्या होगा। हालांकि चैनल बंद हो गया है, लेकिन शर्मा का कहना है कि उनका मिशन और आवाज़ कभी नहीं रुकेगी, चाहे किसी भी मंच पर हो।