भारत में ट्रेन हादसों पर लगाम लगाने के लिए मोदी सरकार लगातार नई-नई तरकीबों का सहारा ले रही है। ट्रेन हादसों को रोकने के लिए देश में भारतीय रेलवे ने कवच विकसित किया है। इसे जल्दी लागू करने के लिए 5000 किलोमीटर के दो टेंडर जारी किए जाएंगे। कवच को ट्रेन हादसों को रोकने के लिए विकसित किया गया है। हालांकि इन तमाम कोशिशों के बावजूद भी मोदी सरकार ट्रेन हादसों पर लगाम लगाने में नाकाम नजर आ रही है। पिछले साल ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे के बाद इस साल फिर से भारत के राज्य बंगाल में बड़ा ट्रेन हादसा देखने को मिला है। जिसमें एक 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। मोदी सरकार के दौरान भारत में कई खतरनाक ट्रेन हादसे हुए हैं, जिनके बारे में आज हम आपको बताएंगे। तो चलिए जानते हैं मोदी सरकार के कार्यकाल में हुए चार ऐसे ट्रेन हादसों के बारे में:
और पढ़ें: चारधाम यात्रा पर आए श्रद्धालुओं द्वारा फेंके गए कूड़े ने जोशीमठ नगर निगम को बना दिया करोड़पति
कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन हादसा
बीते सोमवार 17 जून को पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में एक मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन को टक्कर मार दी। हादसे में कंचनजंगा एक्सप्रेस के आखिरी तीन डिब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। कई बोगियां पटरी से उतर गईं। इस हादसे में 296 लोगों की मौत हो गई और 1200 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं।
ओडिशा बालासोर रेल हादसा
जून 2023- ओडिशा के बालासोर में 2 जून को एक बड़ा रेल हादसा हुआ। इस हादसे में 291 लोगों की मौत हो गई और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हो गए। खबरों कि मानें तो हादसा बहांगा बाज़ार स्टेशन के पास हुआ था। शाम 7 बजे से पहले कोरोमंडल एक्सप्रेस एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई, जिससे उसके ज़्यादातर डिब्बे पटरी से उतर गए। उसी समय, बैंगलोर-हावड़ा एक्सप्रेस वहाँ से गुज़र रही थी। कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे बैंगलोर हावड़ा एक्सप्रेस के पिछले डिब्बों पर पलट गए।
आंध्र प्रदेश विजयनगर ट्रेन हादस
अक्टूबर 2023 में आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में दो पैसेंजर ट्रेनों के बीच हुई टक्कर में 11 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें विशाखापत्तनम-रायगडा पैसेंजर स्पेशल ट्रेन ने विशाखापत्तनम-पलासा पैसेंजर एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी थी, जिसके बाद एक के बाद एक कई डिब्बे पटरी से उतर गए थे। जिस ट्रेन को पीछे से टक्कर मारी गई थी, उसके ड्राइवर ने पीछे से आ रही ट्रेन का सिग्नल मिस कर दिया था।
अमृतसर का रेल हादसा
अक्टूबर 2018 को पंजाब के अमृतसर के पास दशहरे की शाम को रावण दहन देखने के लिए रेलवे ट्रैक पर खड़े लोगों पर ट्रेन की चपेट में आने से कम से कम 52 लोगों की मौत हो गई और 72 अन्य घायल हो गए। जब यह हादसा जोड़ा फाटक पर हुआ, तब ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी। घटनास्थल पर कम से कम 300 लोग मौजूद थे, जो पटरियों के पास एक मैदान में रावण दहन देख रहे थे। उसी समय, दो विपरीत दिशाओं से एक साथ दो ट्रेनें आईं और लोगों को बचने का बहुत कम समय मिला।