2024 Plane crash: पिछले 24 घंटों में चार अलग-अलग देशों में हुए बड़े विमान हादसों ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है। दक्षिण कोरिया, कनाडा, नॉर्वे और नेपाल में हुई इन दुर्घटनाओं ने न केवल दर्जनों जानें ली हैं, बल्कि विमानन क्षेत्र की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं। साल के आखिरी महीने के इस सप्ताह में हुए ये हादसे, तकनीकी खराबियों और हवाई यात्रा की चुनौतियों की ओर इशारा करते हैं। इन घटनाओं ने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मजबूत कदम उठाने की जरूरत को उजागर किया है।
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दक्षिण कोरिया में बड़ा हादसा- 2024 Plane crash
दक्षिण कोरिया (South Korea Plane crash) के मुआन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक बड़ा विमान हादसा हुआ, जिसमें 15 साल पुराना बोइंग 737-800 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान बैंकॉक से लौट रहा था। लैंडिंग के दौरान विमान में आग लग गई, जिससे करीब 179 लोगों की मौत हो गई। विमान में कुल 181 यात्री सवार थे, जिनमें 83 महिलाएं और 82 पुरुष शामिल थे। 11 अन्य की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
इस हादसे का कारण लैंडिंग गियर में खराबी बताया जा रहा है। दमकल विभाग की 32 गाड़ियों और कई हेलीकॉप्टर ने आग पर काबू पाने में काफी मशक्कत की। हादसे के बाद मुआन एयरपोर्ट का रनवे 1 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है।
कनाडा में रनवे से फिसला विमान– Canada Plane crash
कनाडा के हैलिफैक्स एयरपोर्ट पर शनिवार देर रात एक विमान हादसे का शिकार हुआ। लैंडिंग के दौरान विमान का लैंडिंग गियर टूट गया, जिससे वह रनवे से फिसलकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में आग लग गई, लेकिन राहत की बात यह रही कि सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
नॉर्वे में तकनीकी खराबी से हादसा- Norway Plane crash
नॉर्वे के ओस्लो टॉर्प सैंडफियोर्ड एयरपोर्ट पर केएलएम रॉयल डच एयरलाइंस के 737-800 विमान ने आपात लैंडिंग के दौरान हादसे का सामना किया। एम्स्टर्डम जाने वाले इस विमान में उड़ान के दौरान तकनीकी खराबी आ गई थी। हालांकि, लैंडिंग के दौरान विमान रनवे से फिसल गया, लेकिन इस हादसे में किसी यात्री को कोई चोट नहीं आई।
नेपाल में पक्षी से टकराया हेलीकॉप्टर- Nepal Plane crash
नेपाल के काठमांडू के पास बनेपा में एक हेलीकॉप्टर ने आपातकालीन लैंडिंग की। हेलीकॉप्टर माउंट एवरेस्ट के लुक्ला से लौट रहा था, जब रास्ते में एक पक्षी से टकरा गया। हादसे से बचने के लिए पायलट ने 50 किलोमीटर पहले ही सुरक्षित लैंडिंग कर ली। हेलीकॉप्टर में पांच अमेरिकी नागरिक और एक नेपाली पायलट सवार थे। किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन हेलीकॉप्टर को तकनीकी जांच के बाद ही उड़ान भरने की अनुमति दी जाएगी।
इन हादसों से उठे सवाल
इन चार बड़े हादसों ने विमानन क्षेत्र की सुरक्षा और रखरखाव पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लगातार हो रही इन घटनाओं ने यह साबित किया है कि विमानन क्षेत्र में तकनीकी खराबियां और लापरवाही अब भी बड़ी चुनौतियां बनी हुई हैं। दुनिया इन हादसों के पीड़ितों के लिए शोक में डूबी हुई है।