कोरोना महामारी ने दूसरी बार देश पर अटैक किया। कोरोना की सेकेंड वेव पहली वाली से कई ज्यादा संक्रामक और खतरनाक है। अब बहुत बड़ी संख्या में लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। दिल्ली हो या मुंबई हर जगह स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। स्वास्थ्य सुविधाओं की जबरदस्त कमी हो रही है। कहीं मरीजों को बेड तक नहीं मिल रहा, तो कहीं पर कुछ लोग ऑक्सीजन की कमी के चलते ही दम तोड़ रहे है। वहीं कोरोना से जुड़ी दवाईयों के लिए भी मारामारी हो रही है।
मंत्रालय ने की केंद्र को भेजा प्रस्ताव
कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। कई जगहों पर दोबारा से लॉकडाउन भी लौट आया है। देश की राजधानी समेत कई राज्यों की सरकारों ने कोरोना की इस बेकाबू रफ्तार को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया हुआ है। वहीं हाल ही में स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी, जिसमें 150 जिलों में लॉकडाउन लगाने की सिफारिश की गई।
‘स्वास्थ्य प्रणाली पर और बढ़ेगा बोझ’
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर जल्द ही इन जिलों में लॉकडाउन नहीं लगाया जाता, तो केसों का बोझ बढ़ने के आसार है। मंत्रालय ने उन 150 जिलों में लॉकडाउन लगाने की सिफारिश की, जहां पॉजिटिविटी रेट 15 फीसदी से अधिक है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने केंद्र को भेजे अपने प्रस्ताव में कहा कि इन जिलों में जरूरी सेवाओं में छूट देकर लॉकडाउन लगाना होगा, नहीं तो स्वास्थ्य प्रणाली काफी दबाव में आ जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के इस प्रस्ताव के बाद कई जगहों पर एक बार फिर से लॉकडाउन लगने का खतरा मंडरा रहा है। हालांकि इसको लेकर आखिरी फैसला केंद्र सरकार, राज्यों के साथ चर्चा के बाद करेगी।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अगले कुछ हफ्तों के लिए अधिक पॉजिटिविटी रेट वाले जिलों में सख्त लॉकडाउन लगाने की जरूरत है, जिससे संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए ऐसे कदम उठाए जाने की जरूरत है।
पीएम ने लॉकडाउन को बताया था “आखिरी विकल्प”
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब हाल ही में देश को संबोधित किया था, तो उन्होंने लॉकडाउन को “आखिरी विकल्प” के तौर पर इस्तेमाल करने को कहा था। पीएम ने राज्य सरकारों से भी यही कहा था कि जितना हो सके लॉकडाउन जैसे कड़े फैसले से बचें। पीएम ने कहा था- “मैं राज्यों से अपील करता हूं कि वो अंतिम उपाय के तौर पर लॉकडाउन का उपयोग करें। हमारा ध्यान माइक्रो कंटेनमेंट जोन की तरफ होना चाहिए।”
हालांकि जिस स्पीड से केस बढ़ रहे है, उसे रोकने के लिए अब लॉकडाउन ही रास्ता दिख रहा है। इस वजह से कई राज्यों में लॉकडाउन लगाया भी गया। दिल्ली, कर्नाटक समेत कई राज्यों की सरकारों को ये कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा। देखना ये होगा कि क्या अब आगे और कहीं पर भी दोबारा से लॉकडाउन लगाया जाता है?
कोरोना के ताजा आंकड़ें
अब हम कोरोना के ताजा आकंड़ों की बात कर लेते हैं। आज कोरोना के तीन लाख 60 हजार से भी ज्यादा नए केस महज 24 घंटों में सामने आए। वहीं बुधवार को रिकॉर्ड मौतें हुई। पहली बार कोरोना संक्रमण की वजह से देश में मौत का आंकड़ा 3 हजार के पार पहुंचा। 3293 लोगों ने एक दिन में दम तोड़ा।
कुल मामले- 1,79,97,267
कुल मौतें- 2,01,187
रिकवर मरीज- 1,48,17,371
ताजा एक्टिव केस- 29,78,709