केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन का 100वां दिन है। किसान दिल्ली की बॉर्डरों पर डटे है, 250 से ज्यादा किसानों की मौत भी हो चुकी है लेकिन आंदोलन अभी भी जारी है। किसानों का कहना है कि जब तक सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती…तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
आज आंदोलन के 100 दिन पूरे हो गए हैं। इस मौके पर किसान दिल्ली से सटे कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसे को 5 घंटे के लिए जाम करेंगे। किसानों ने कहा है कि सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक का यह चक्का जाम शांतिपूर्ण होगा।
इसी बीच देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भी इस मुद्दे पर लगातार केंद्र सरकार को निशाने पर ले रही है। कांग्रेस के दिग्गज नेता और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के करीबी बताए जाने वाले रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि केंद्र सरकार का अहंकार उनके मंत्रियों में दिख रहा है।
‘3 साल बाद दोबारा किसानों की चौखट पर…’
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक अखबार की कटिंग शेयर करते हुए केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मोदी सरकार का अहंकार उनके मंत्रियों में साफ़ दिख रहा है! वो भूल गए हैं कि 3 साल के बाद दोबारा किसान की चौखट पर जाना होगा। तीन कृषि कानूनों को जबरन पास करवाया। चौतरफ़ा विरोध के बावजूद उसे वापिस नहीं ले रहे; अब किसानों को जिद्दी बताते हैं…सब याद रखा जाएगा!’
दरअसल, बीते दिन शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने मीडिया को संबोधित करते हुए आंदोलन कर रहे किसानों को निशाने पर लिया था। उन्होंने कहा था कि देश संविधान और कानून से चलता है जबकि किसान आंदोलनकारी इसे जिद से चलाना चाह रहे हैं। उनके इस बयान को लेकर ही कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार को लपेटे में लिया है।
‘समाधान के लिए आखिरी सांस तक करेंगे संघर्ष’
बता दें, किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे हो गए हैं। केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच पिछले लगभग डेढ़ महीनें से आधिकारिक तौर पर कोई बातचीत नहीं हुई है। किसान नेताओं ने स्पष्ट रुप से कहा है कि जब तक सरकार इस कानून को रद्द नहीं करेगी, उनका आंदोलन जारी रहेगा। किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर भारतीय किसान यूनियन के नेता और प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सभी किसानों का आभारा जताया है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि समाधान के लिए आखिरी सांस तक संघर्ष करेंगे। दूसरी ओर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानों से कहा है कि 100 दिन पूरे होने पर किसान काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराएं। किसान नेताओं ने यह भी कहा कि उनका आंदोलन खत्म नहीं होने जा रहा और वे “मजबूती से बढ़” रहे हैं।