जब दो इन्सान एक नए रिश्ते में बंधते है तो वो अपने आप में काफी खास होता है. लेकिन इनकी खासियत तब ओर भी ज्यादा बढ़ जाती है जब उनका बंधन समाज के लिए प्रेरणादायक हो… समाज को एक नई दशा दिखाए… एक ऐसी पहल करे, जो पितृसत्ता समाज में औरतों को बराबरी का अहसास कराए. दीया मिर्जा और वैभव रेखी ने भी अपनी शादी में कुछ ऐसा ही काम किया है. 15 फरवरी को शादी करने वाली जोड़ी ने अपनी शादी में कोई भी गैर-जरूरी चीज नहीं की, साथ ही अपनी एक पंडिताइन (महिला पुजारन) द्वारा की गई. जो हमारे समाज में नई लहर लेकर आएगी.
और पढ़ें : ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में आई यह महिला इतना वायरल क्यों हो रही है? जानिए यहां
दीया मिर्जा और वैभव रेखी की शादी की खुबसूरत तस्वीरें
दीया मिर्जा ने सोशल मीडिया पर अपनी शादी के बारे में लिखा
कुछ समय पहले दीया मिर्जा ने सोशल मीडिया पर अपनी शादी के बारे में लिखते हुए बताया था कि उन्होंने अपनी शादी में कोई भी बर्बादी नहीं की, दिया ने लिखा की पिछले 19 सालों से हर सुबह मैं जिस बगीचे में रहती थी उससे अच्छी जगह, उससे जादुई जगह मेरी शादी के लिए नहीं हो सकती… हमारी शादी बहुत साधारण थी… हमने बहुत कम सजावट का उपयोग कर बहुत सिंपल शादी की. साथ ही दिया ने लिखा एक महिला पुजारी ने हमारी शादी की रस्में करवाईं. हमारी शादी में विदाई और कन्यादान जैसी कोई रस्म नहीं हुई थी.
दीया ने अपने के इंटरव्यू में बताया था मेरे नाना जी ने हमारे परिवार में कन्यादान की रस्म को बंद किया था… क्योंकि उनके अनुसार बेटियाँ कोई चीज़ नहीं होती जिन्हें दान किया जाए. जिसके बाद मेरे माँ और मोसी का भी कन्यादान नहीं किया गया था वैसी ही अब मेरी शादी में भी कन्यादान की रस्म नहीं की…
दीया जब एक शादी में गई थी तो उस शादी में महिला पुजारन ने शादी करायी थी, जो बहुत खूबसूरती से शादी सम्पन हुई थी, बस उसी समय दिया ने सोच लिया था की उनकी शादी भी एक महिला पुजारन ही कराएगी. जिसके बाद दिया की शादी भी महिला पुजारन द्वारा सम्पन कराई गई. दिया की शादी हमारे समाज के लिए प्रेरणा बनकर उभरी. जिसमे कुछ रस्मो को छोड़ा गया और कुछ रस्मों को अपनाया भी गया. ऐसी खुबसूरत शादियाँ कहीं-कहीं देख ने को मिलती है.
और पढ़ें : संजय दत्त को दिया धोखा और खत्म हो गया इस डायरेक्टर का करियर