बॉलीवुड इंडस्ट्री में कई झगड़े हुए हैं जो पर्दे के पीछे से भी उभर कर आए और पब्लिक ने देखे भी, वहीं कुछ झगड़े ऐसे भी हैं जो पर्दे के पीछे छिपे रहे। इन्हीं में से एक झगड़ा विनोद खन्ना और लेखक प्रकाश मेहरा के बीच हुआ था। बात 1977 की है जब फिल्म खून पसीना के लिए लीड रोल तय किए जा रहे थे। इस फिल्म में दो हीरो थे, जिसमें से एक रोल विनोद खन्ना को और दूसरा अमिताभ बच्चन को दिया गया। उस वक्त विनोद और अमिताभ एक दूसरे के राइवल माने जाते थे। जब विनोद खन्ना ने इस फिल्म की कहानी सुनी तो उन्हें ये काफी पसंद आई और जब इस फिल्म की कहानी अमिताभ को दिखाई गई तो उन्हें कहानी तो पसंद आई लेकिन अपना रोल कुछ खास पसंद नहीं आया इसलिए उन्होंने लेखक प्रकाश मेहरा से स्क्रिप्ट का कुछ हिस्सा बदलने को कहा और इसके बाद सेट पर काफी हंगामा हुआ था। चलिए आपको खून पसीना से जुड़ा एक वाकया बताते हैं।
खून पसीना की स्टारकास्ट
रेखा और विनोद खन्ना स्टारर फिल्म ‘खून पसीना’ 21 जनवरी 1977 को रिलीज हुई थी। राकेश कुमार के निर्देशन में बनी इस फिल्म में निरूपा रॉय, हेलेन, कादर खान और असरानी जैसे दिग्गज कलाकार थे। इस फिल्म के गाने ‘खून पसीना की जो मिलेगी तो खाएंगे’, ‘राजा दिल मांगे चवन्नी उछाल के’ आज भी सुने जाते हैं। कल्याणजी आनंदजी की लाजवाब जोड़ी ने इस फिल्म को संगीत दिया था। लेकिन इस फिल्म की स्टोरी को लेकर एक बड़ा विवाद हो गया था जिसके चलते विनोद खन्ना ने रायटर को थप्पड़ तक मार दिया था।
प्रकाश मेहरा को मारा थप्पड़
रिपोर्ट्स की मानें तो जब राइटर फिल्म की कहानी लेकर अमिताभ के पास गए तो अमिताभ चाहते थे कि उनका रोल थोड़ा और दमदार हो, इसलिए उन्होंने अपने दोस्त प्रकाश मेहरा से फिल्म की कहानी बदलने को कहा। चूंकि प्रकाश इस फिल्म के राइटर थे और अमिताभ के दोस्त थे, इसलिए उन्होंने बिना सोचे-समझे फिल्म की कहानी बदल दी। जब ये सब विनोद खन्ना को पता चला तो उन्होंने फिल्म करने से मना कर दिया और कहा कि वो फिल्म तभी करेंगे जब फिल्म की कहानी बदली जाएगी। इसके बाद राइटर और विनोद खन्ना के बीच तीखी बहस हुई, लेकिन कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं था। बहस इतनी आगे बढ़ गई कि प्रकाश ने फिल्म के कॉन्ट्रैक्ट के नाम पर विनोद को धमकाने की कोशिश की और कहा कि उन्हें ये फिल्म करनी ही होगी, जिसके बाद विनोद खन्ना अपना आपा खो बैठे और उन्होंने प्रकाश मेहरा को थप्पड़ भी मार दिया। ये नजारा देखकर सेट पर सन्नाटा छा गया। हालांकि बाद में डायरेक्टर ने सेट पर दोनों के बीच सुलह कराई और फिल्म की कहानी भी बदल दी गई। हालांकि इस बार इस फिल्म की कहानी प्रकाश मेहरा ने नहीं बल्कि उनके असिस्टेंट राकेश कुमार ने लिखी थी। जिसके बाद फिल्म की शूटिंग शुरू की गई और इसे बॉक्स ऑफिस पर रिलीज किया गया।
अमिताभ बच्चन-रेखा की हिट फिल्म थी ‘खून पसीना’
साल 1977 की बात है, उन दिनों अमिताभ बच्चन और रेखा की जोड़ी अपने चरम पर थी। दर्शक इस मशहूर फिल्मी जोड़ी को हर फिल्म में देखना चाहते थे। यह फिल्म हिंदी में इतनी हिट हुई कि इसे तमिल और तेलुगु में भी बनाया गया। इस फिल्म का तेलुगु में ‘टाइगर’ नाम से रीमेक बनाया गया जिसमें एनटी रामा राव मुख्य भूमिका में थे। यह फिल्म तमिल में ‘शिवा’ नाम से रिलीज हुई जिसमें साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत नजर आए।
और पढ़ें: न शोले, न RRR, जितेंद्र की इस फिल्म ने कमाए थे 1300 करोड़, रिलीज के 8 साल बाद फिर तोड़े रिकॉर्ड