बढ़ते कोरोना कहर की वजह से महाराष्ट्र में एक बार फिर से लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लौट आई है। आज यानि 14 अप्रैल से महाराष्ट्र “ब्रेक द चेन” अभियान की शुरुआत होगी, जिसमें कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने की कोशिश होगी। इसके लिए महाराष्ट्र की उद्धव सरकार ने एक बार फिर से राज्य में कई तरह की पांबदियां लगा दी।
इन पाबंदियों का असर अब फिल्मों और टीवी सीरियल पर भी पड़ता हुआ नजर आएगा, क्योंकि सरकार ने इस पर भी अगले 15 दिनों यानि एक मई तक की रोक लगा दी है। इस दौरान राज्य में थिएटर्स भी बंद हो गए। ऐसे में लोगों को दोबारा से कुछ सीरियल्स के रिपीट टेलीकास्ट देखने को मिल सकते हैं।
इन सीरियल्स पर नहीं पड़ेगा असर
हालांकि इस दौरान भी कुछ सीरियल्स ऐसे हैं, जिनके फ्रेश एपिसोड आपको देखने को मिल सकते है। इसकी वजह है महाराष्ट्र के बाहर इनकी शूटिंग होना। दरअसल, कई सीरियल्स की शूटिंग दूसरी लोकेशन्स पर हो रही है, जिसकी वजह से उद्धव सरकार द्वारा लगाई गई पाबंदियों का असर उन पर नहीं पड़ेगा।
जानकारी के मुताबिक ‘इमली’ और ‘गुम है किसी के प्यार में’ इन दोनों सीरियल की शूटिंग हैदराबाद में हो रही है। इसके अलावा पंड्या स्टोर की शूटिंग बीकानेर और ससुराल सिमर का 2 की शूटिंग आगरा में चल रही है। ऐसे में इन सीरियल्स की शूटिंग पर रोक नहीं लगेगी और फैंस को फ्रेश एपिसोड देखने मिलेंगे। हालांकि अब तक एकता कपूर का बालाजी प्रोडेक्शन और राजन शाही के सीरिल्स की शूटिंग कैसे होगी, इस पर अब तक कोई भी अपडेट नहीं आया।
गौरतलब है कि बीते साल जब कोरोना महामारी का साया देश पर छाया था, तो महीनों तक शूटिंग पर ब्रेक लगा रहा। इस दौरान ये इंडस्ट्री काफी बुरी तरह से प्रभावित हुई थी। जैसे तैसे सबकुछ नॉर्मल होने लगा था कि इसी बीच एक बार फिर से ये पाबंदियां लगा दी गई।
‘सरकार का ये फैसला हमारे लिए झटका’
महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले को द फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एंप्लॉइज (FWICE) के प्रेसीडेंट बीएन तिवारी ने एक बहुत बड़ा झटका बताया। PTI के मुताबिक उन्होंने कहा- ‘हमको काम करने देना चाहिए। फिल्म और टीवी की शूटिंग सरकार द्वारा तय नियमों को ध्यान में रखते हुए एहतियात के साथ हो रही थी। लेकिन पूरी तरह से शूटिंग रोक देना बड़ा झटका है।
वो बोले कि हम इसको लेकर सीएम को पत्र लिखने की सोच रहे हैं। हम सारी सावधानियां बरतेंगे..कुछ दूसरा सोचेंगे, लेकिन अगर हमारा काम ही रुक जाएगा तो ये काफी नुकसानदेह होगा’।
‘फिल्म-टीवी कलाकार फ्रंटलाइन वर्कर्स’
इंडियन फिल्म्स एंड टीवी प्रोड्यूसर्स काउंसिल (IFTPC)के टीवी और वेब विंग के चेयरमैन और एक्टर-प्रोड्यूसर जेडी मजीठिया ने भी ऐसा ही कहा। वो बोले कि वो सराकर के इस आदेश के साथ हैं, लेकिन मुख्यमंत्री से इस फैसले पर पुनर्विोचार करने को कहेंगे। मजीठिया ने आगे कहा कि फिल्म-टीवी कलाकार फ्रंटलाइन वर्कर्स से कम नहीं, जो मुश्किल हालातों में दर्शकों के मनोरंजन करने के लिए काम कर रहे हैं। लोग इस वक्त निराश-परेशान हैं, घर पर हैं। उनको मनोरंजन की जरूरत है। हम उनका मनोरंजन कर रहे हैं, इसलिए हम भी फ्रंटलाइन वर्कर्स ही हैं। हमको भी जरूरी सेवाओं में शामिल किया जाना चाहिए। हम अगर बायो बबल बनाकर नियंत्रित वातावरण में शूटिंग करें, तो इसकी परमिशन दे देनी चाहिए। इसके लिए हम सीएम से अनुरोध करेंगे। हालांकि हम इस वक्त सरकार के साथ हैं और उनकी इज्जत करते हैं।’
गौरतलब है कि बीते दिनों में टीवी और फिल्मों के कई सितारे कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। अक्षय कुमार से लेकर विक्की कौशल, भूमि पेडनेकर जैसे कई सितारों को कोरोना हुआ। वहीं टीवी के सितारे भी इससे बचे नहीं रहे। बीते कई दिनों से लगातार टीवी कलाकारों के वायरस का शिकार होने की खबरें सामने आ ही रही हैं। जिसके चलते बीते दिनों तक फिल्मों-टीवी की शूटिंग पर पहले ही काफी असर पड़ा। अब सरकार द्वारा लगाई गई ये पांबदियां एंटरटेंनमेंट इंडस्ट्री से लिए बड़ा झटका होगी।