बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हमले (Saif Ali Khan Attack Case) के मामले में पुलिस ने आखिरकार असली हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन इस पूरे मामले में एक निर्दोष व्यक्ति की जिंदगी तबाह हो गई। पुलिस ने पहले एक संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया था, जिसे बाद में छोड़ दिया गया, लेकिन इस घटना ने उसकी नौकरी और शादी दोनों छीन ली।
क्या है मामला? (Saif Ali Khan Attack Case)
16 जनवरी को सैफ अली खान पर हमला हुआ, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने हमलावर की तलाश शुरू की और जांच के दौरान 31 वर्षीय आकाश कैलाश कनौजिया को हिरासत में लिया।
आकाश को छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया था। शुरुआती जांच में उसे सैफ अली खान के घर चोरी करने वाले आरोपी के रूप में पहचाना गया। हालांकि, बाद में पुलिस को असली हमलावर मिल गया और अगले ही दिन आकाश को रिहा कर दिया गया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
निर्दोष होने के बावजूद जिंदगी में आया भूचाल
31 वर्षीय आकाश मुंबई के कोलाबा इलाके का रहने वाला है और एक टूर कंपनी में काम करता था। हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत में आकाश ने बताया कि 17 जनवरी को उसे मुंबई पुलिस का फोन आया था। उसने पुलिस को बताया कि वह घर पर है, लेकिन अगले दिन जब वह छत्तीसगढ़ के अपने पैतृक गांव नेहला जा रहा था, तभी दुर्ग रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ ने उसे पकड़ लिया।
पुलिस ने उसे सैफ अली खान पर हमले के आरोपी के रूप में हिरासत में लिया। हालांकि, जांच के बाद पुलिस को असली आरोपी शरीफुल इस्लाम शहजाद मिल गया और आकाश को छोड़ दिया गया।
गई नौकरी और टूट गई शादी
इस पूरे घटनाक्रम के बाद आकाश की जिंदगी बर्बाद हो गई। हिरासत में लेने के बाद मीडिया और सोशल मीडिया पर उसकी तस्वीरें प्रसारित होने लगीं। कुछ ही घंटों में आकाश की तस्वीरें न्यूज़ चैनलों और अखबारों में छा गईं।
आकाश को रिहा किए जाने के अगले ही दिन उसकी नौकरी चली गई। इसके बाद, उसकी दादी का फोन आया और उन्होंने बताया कि दुल्हन के परिवार ने रिश्ता तोड़ दिया है। आकाश ने दुख व्यक्त करते हुए कहा, “मुझे नहीं पता कि मेरी शादी अब कभी हो पाएगी या नहीं।”
इंटरनेट से फोटो हटाने की मांग
आकाश चाहता है कि इंटरनेट से उसकी वे तस्वीरें हटाई जाएं, जिनमें उसे गलत तरीके से हमलावर बताया गया था। उसने इस मामले में वकील से संपर्क किया, लेकिन कानूनी प्रक्रिया का खर्च वहन करना उसके लिए संभव नहीं है।
गलत पहचान का शिकार हुए आकाश का क्या होगा?
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि किसी भी व्यक्ति को गलत पहचान के आधार पर गिरफ्तार करना और सार्वजनिक रूप से दोषी ठहराना कितना घातक साबित हो सकता है। आकाश की नौकरी चली गई, उसकी शादी टूट गई और उसकी छवि पर गलत आरोप लगने से उसका भविष्य अंधकारमय हो गया है।