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Om Prakash Birth Anniversary: सिनेमा का वो सितारा जो हर किरदार में अपनी छाप छोड़ गया

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Om Prakash Birth Anniversary: सिनेमा का वो सितारा जो हर किरदार में अपनी छाप छोड़ गया
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Om Prakash Birth Anniversary: भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई कलाकार हुए हैं जिन्होंने अपनी कला, प्रतिभा, और समर्पण से दर्शकों के दिलों में अमिट छाप छोड़ी। इन्हीं में से एक नाम है ओम प्रकाश, जिनका सफर बॉलीवुड के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज है। अपनी बहुमुखी अभिनय शैली और सहजता से उन्होंने सिनेमा को एक नया आयाम दिया। ओम प्रकाश वह अभिनेता थे जो अपनी उपस्थिति मात्र से फिल्म को जीवंत कर देते थे। उनके बिना हिंदी सिनेमा अधूरा सा लगता था।

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हर किरदार में ओम प्रकाश का जलवा- Om Prakash Birth Anniversary

ओम प्रकाश ने अपने लंबे करियर (Om Prakash’s film career) में हर तरह के किरदार निभाए। चाहे वह विलेन का किरदार हो, कॉमेडियन का, या फिल्मों में फादर फिगर का – हर भूमिका को उन्होंने अपनी विशिष्ट शैली से यादगार बना दिया। उनकी संवाद अदायगी और जबरदस्त एक्सप्रेशन्स दर्शकों को हंसाने और रुलाने दोनों में सक्षम थे।

उनका अभिनय इतना सजीव था कि कई बार वे अपने सह-कलाकारों पर भारी पड़ते नजर आए। “शराबी,” “गोलमाल,” “चुपके चुपके,” “नमक हलाल,” “प्रेम रोग,” और “चमेली की शादी” जैसी फिल्मों में उन्होंने अपने शानदार अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया।

ओम प्रकाश: एक प्रयोगधर्मी कलाकार

हालांकि हिंदी सिनेमा में किरदारों के साथ सबसे ज्यादा प्रयोग अमरीश पुरी, अनुपम खेर, और उत्पल दत्त जैसे कलाकारों के साथ हुआ, लेकिन लुक्स और भूमिकाओं के साथ प्रयोग करने का चलन ओम प्रकाश से ही शुरू हुआ।

  • कभी उन्होंने कॉमिक टाइमिंग से दर्शकों को गुदगुदाया।
  • कभी वे एक संजीदा पिता के रूप में नजर आए।
  • और कई बार उन्होंने विलेन के रूप में अपनी छवि बनाई।

उनकी प्रतिभा ऐसी थी कि वे हर भूमिका को अपने तरीके से निभाते थे, जिससे किरदार यादगार बन जाता था।

दिलीप कुमार का सम्मान

फिल्म इंडस्ट्री में ओम प्रकाश को हमेशा सम्मान की दृष्टि से देखा गया। यहां तक कि दिलीप कुमार जैसे महान अभिनेता ने भी उनकी प्रतिभा का लोहा माना।

एक बार दिलीप कुमार ने स्वीकार किया था कि वह ओम प्रकाश के सामने अभिनय करने से घबरा जाते थे। उन्होंने कहा, “फिल्म इंडस्ट्री में मैंने कभी किसी के साथ काम करने में असहज महसूस नहीं किया, लेकिन ओम प्रकाश के सामने मुझे ऐसा लगा। उनका किरदार इतना प्रभावी था कि मुझे डर लगने लगा कि मैं उनके सामने टिक नहीं पाऊंगा।”

यह कथन उनकी महानता और उनके अभिनय कौशल का प्रमाण है।

52 साल का अद्भुत सफर

ओम प्रकाश ने अपने करियर में 310 से अधिक फिल्मों में काम किया। यह संख्या उनके काम के प्रति उनके समर्पण और इंडस्ट्री में उनकी लोकप्रियता को दर्शाती है।

“नौकर बीवी का,” “अलाप,” “आंख मिचौली,” “घर हो तो ऐसा,” “बुड्ढा मिल गया” जैसी फिल्मों में उनके अभिनय को दर्शक आज भी याद करते हैं।

उनकी फिल्मों के संवाद और अंदाज इतने लोकप्रिय हुए कि उनकी मिमिक्री करना आज भी कॉमेडी का एक हिस्सा है। उनकी संवाद अदायगी और टाइमिंग को दर्शक हमेशा याद करेंगे।

हास्य से लेकर गंभीरता तक, हर रंग में महारथ

ओम प्रकाश की खासियत यह थी कि उन्होंने हर शैली में खुद को साबित किया।

  • कॉमेडी: उनकी फिल्मों में हास्य का एक खास अंदाज होता था, जो दर्शकों को गुदगुदाने के साथ-साथ सोचने पर मजबूर करता था।
  • गंभीर भूमिकाएं: उन्होंने कई फिल्मों में गंभीर किरदार निभाए, जो उनके अभिनय की गहराई को दिखाता है।
  • सामाजिक संदेश: उनकी भूमिकाएं अक्सर सामाजिक मुद्दों पर आधारित होती थीं, जो दर्शकों को प्रेरित करती थीं।

एक ऐसा सितारा जो हमेशा चमकता रहेगा

ओम प्रकाश का बॉलीवुड सफर केवल फिल्मों तक सीमित नहीं था। वह एक ऐसे कलाकार थे, जिन्होंने अपनी कला से न केवल दर्शकों का मनोरंजन किया, बल्कि उन्हें जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने का अवसर भी दिया।

उनकी विरासत हिंदी सिनेमा के लिए एक प्रेरणा है। आज भी, उनकी फिल्में नए और पुराने दर्शकों को समान रूप से प्रभावित करती हैं। उनकी कला, समर्पण, और जुनून सिनेमा प्रेमियों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे।

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