Mohnish Bahl Filmography: बॉलीवुड में कई ऐसे अभिनेता रहे हैं, जिन्होंने विलेन और पॉजिटिव किरदार दोनों में बेहतरीन अभिनय कर दर्शकों का दिल जीता। ऐसे ही एक अभिनेता हैं मोहनिश बहल, जो अपनी दमदार अदाकारी के बावजूद लंबे समय तक फिल्मों के लिए संघर्ष करते रहे। दिलचस्प बात यह है कि वह अपने दौर की सुपरहिट हीरोइन नूतन के बेटे हैं और फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखते हैं। फिर भी उन्हें इंडस्ट्री में सफलता पाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा।
फिल्मी परिवार से होने के बावजूद संघर्ष- Mohnish Bahl Filmography
मोहनिश बहल का फिल्म इंडस्ट्री से गहरा नाता रहा है। उनकी मां नूतन, 50 और 60 के दशक की सुपरस्टार थीं। उनकी मौसी तनुजा मुखर्जी भी एक जानी-मानी अभिनेत्री हैं, और उनके परिवार में काजोल, रानी मुखर्जी और तनिषा मुखर्जी जैसी मशहूर अदाकाराएं भी हैं। इतना ही नहीं, उनके रिश्ते अजय देवगन और आदित्य चोपड़ा से भी जुड़े हुए हैं। बावजूद इसके, मोहनिश को बॉलीवुड में पहचान बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा।
करियर की असफल शुरुआत
साल 1983 में ‘बेकरार’ फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखने वाले मोहनिश को लीड एक्टर के रूप में लॉन्च किया गया, लेकिन यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हो गई। इसके बाद उन्होंने कुछ और फिल्मों में काम किया, लेकिन लगातार छह फिल्मों के असफल होने के कारण उनका करियर लगभग खत्म होने की कगार पर था।
फिल्मों में लगातार असफलता के कारण मोहनिश बहल ने बॉलीवुड को अलविदा कहने का मन बना लिया। उन्होंने फैसला किया कि वह कमर्शियल पायलट बनेंगे और इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया। लेकिन उनकी किस्मत ने करवट ली, जब उनकी मुलाकात सुपरस्टार सलमान खान और निर्देशक सूरज बड़जात्या से हुई।
‘मैंने प्यार किया’ से करियर में बड़ा बदलाव
1989 में सलमान खान की सुपरहिट फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ में मोहनिश बहल को विलेन के रूप में कास्ट किया गया। यह फिल्म उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुई। विलेन के रूप में उनकी शानदार अदाकारी ने दर्शकों का दिल जीत लिया और उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में नई पहचान मिली। इसके बाद उन्होंने ‘हम साथ साथ हैं’ में बड़े भाई का किरदार निभाकर जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की।
टीवी में एंट्री बनी फिल्मों में करियर रुकने की वजह
हालांकि, एक समय ऐसा भी आया जब मोहनिश बहल को फिर से फिल्मों में काम मिलना बंद हो गया। इस बारे में उन्होंने ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ को दिए इंटरव्यू में खुलासा किया कि जब उन्होंने टीवी इंडस्ट्री में एंट्री ली और कई हिट शोज़ में काम किया, तो फिल्म निर्माताओं ने उन्हें फिल्मों में कास्ट करना बंद कर दिया।
उनका कहना था कि टीवी पर एक हिट शो कई सालों तक चलता है, और जब कोई एक्टर लंबे समय तक किसी किरदार में नजर आता है, तो फिल्म निर्माता उसे अपनी फिल्म में कास्ट करने से हिचकिचाते हैं। उन्हें लगता है कि एक्टर पहले से ही व्यस्त है और उनकी फिल्म के लिए उपलब्ध नहीं रहेगा। इसी वजह से 2005 के बाद उन्हें फिल्मों में ऑफर मिलना बहुत कम हो गया।
पांच साल तक फिल्मों से दूर रहने के बाद ‘पानीपत’ में वापसी
मोहनिश बहल ने 2014 में सलमान खान की ‘जय हो’ फिल्म में काम किया, लेकिन उसके बाद लगभग पांच साल तक वह किसी भी फिल्म में नजर नहीं आए। 2019 में उन्होंने ‘पानीपत’ फिल्म से वापसी की, लेकिन यह फिल्म भी ज्यादा सफल नहीं रही। इसी साल उन्होंने टीवी शो ‘संजीवनी’ में डॉक्टर शशांक का किरदार निभाया।
मोहनिश बहल का करियर यह साबित करता है कि सिर्फ फिल्मी बैकग्राउंड होने से सफलता की गारंटी नहीं मिलती। उन्होंने बॉलीवुड में अपने टैलेंट से पहचान बनाई, लेकिन फिर भी संघर्ष उनका साथी बना रहा। फिल्मों से ज्यादा सफलता उन्हें टीवी इंडस्ट्री में मिली, लेकिन इसी वजह से उनके फिल्मी करियर को नुकसान भी हुआ।
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