80 के दशक में बॉलीवुड में कई अभिनेता अपनी पहचान बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे, उन्हीं में से एक थे बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती। मिथुन चक्रवर्ती भले ही आज बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेताओं की लिस्ट में शामिल हों लेकिन शुरुआत में उन्हें ये पहचान बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था और इसी संघर्ष के बाद उन्होंने फिल्म ‘मृगया’ से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। लेकिन इस फिल्म के बाद कई सालों तक काम करने के बावजूद उन्हें वो सफलता नहीं मिली जिसका वो इंतजार कर रहे थे। इसी बीच साल 1976 में फिल्म चितचोर रिलीज हुई। अमोल पालेकर और जरीना वहाब अभिनीत इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था। एक्शन फिल्मों के इस दौर में अमोल पालेकर की ये फिल्म काफी पसंद की गई थी। इस फिल्म में सेकेंड लीड में नजर आए एक्टर विजयेंद्र घाटके को भी लोगों ने नोटिस किया। अपनी गजब की खूबसूरती और फौजी जैसी काया के चलते वो काफी लोकप्रिय हुए। लोग तो उन्हें मिथुन चक्रवर्ती के हमशक्ल तक कहने लगे थे। जिसके चलते विजयेंद्र घाटगे को मिथुन के हिस्से की फिल्में मिलने लगीं।
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कौन हैं विजयेंद्र घटके?
मिथुन का मुकाबला किसी आम आदमी से नहीं बल्कि इंदौर के राजघराने से ताल्लुक रखने वाले विजयेंद्र घाटके से था, जिनके पिता फतेह सिंह राउत दत्ता जी राजे घाटके मराठा साम्राज्य के जागीरदार थे। वे कागल का प्रबंधन करते थे। विजयेंद्र की मां सीता देवी इंदौर के महाराजा तुकोजी होलकर की बेटी थीं। राजघराने में पले-बढ़े और ढेरों नौकर-चाकर रखने वाले विजयेंद्र घाटके ने अपने पारिवारिक व्यवसाय को छोड़कर एक्टिंग और मॉडलिंग में करियर बनाने का फैसला किया। विजयेंद्र ने अपनी स्कूली शिक्षा इंदौर से पूरी की और मॉडलिंग की दुनिया में कूद पड़े। कुछ ही समय में विजयेंद्र मॉडलिंग की दुनिया में मशहूर हो गए और उन्होंने एक्टिंग में जाने का फैसला किया। इसके बाद विजयेंद्र एक्टिंग का हुनर सीखने के लिए FTII पुणे चले गए। इसके बाद विजयेंद्र मुंबई चले गए और यहां अपनी किस्मत आजमाने लगे।
मिथुन के हाथ से फिल्में छीनी
विजयेंद्र घाटके मुंबई पहुंचे और एक्टिंग की दुनिया में खुद को स्थापित करने के लिए संघर्ष करने लगे। इसी बीच एक्टर को फिल्म निर्माता बासु चटर्जी ने पहचाना और उन्हें फिल्म चितचोर में सेकेंड लीड रोल ऑफर किया। विजयेंद्र ने सेकेंड लीड का रोल निभाया और फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही। इस दौरान मिथुन भी बॉलीवुड में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहे थे और इतना ही नहीं विजयेंद्र घाटके को कई प्रोजेक्ट दिए गए। एक-एक करके मिथुन से करीब 10 फिल्में छीन ली गईं और ये सभी फिल्में विजयेंद्र घाटके को दे दी गईं। ये सब देखकर मिथुन काफी दुखी हो गए।
इस फिल्म ने बनाया मिथुन को स्टार
इसी बीच मिथुन की फिल्में बड़े पर्दे पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही थीं। एक बार वो अपनी फिल्म तकदीर के बादशाह की शूटिंग कर रहे थे और सेट पर उदास बैठे थे, तभी डायरेक्टर बब्बर सुभाष उनके पास आए और पूछा क्या हुआ। मिथुन ने बताया कि वो अपने करियर में बहुत मेहनत कर रहे हैं लेकिन उसका कुछ नतीजा नहीं निकल रहा है, उन्हें वो मुकाम नहीं मिल रहा है जिसके लिए वो मेहनत कर रहे हैं। वो इस जिंदगी से उम्मीद खो चुके हैं। तब बी सुभाष ने मिथुन को फिल्म ‘डिस्को डांसर’ ऑफर की। इस फिल्म के बाद मिथुन की किस्मत ऐसी चमकी कि वो रातों-रात सुपरस्टार बन गए।