Interesting Facts About Jackie Shroff: जैकी श्रॉफ, फिल्म इंडस्ट्री के एक ऐसे सितारे, जिन्होंने अपने चार दशकों लंबे करियर में न सिर्फ दर्शकों का दिल जीता, बल्कि भारतीय सिनेमा में अपनी एक अलग पहचान भी बनाई। 13 अलग-अलग भाषाओं में 250 से अधिक फिल्मों में अभिनय करने वाले जैकी श्रॉफ (Jaikishan Kakubhai Shroff) को फिल्मी दुनिया में “जग्गू दादा” के नाम से जाना जाता है। उनका फिल्मी सफर जितना रोमांचक और सफल रहा है, उतना ही संघर्षपूर्ण भी।
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फिल्मी करियर की शुरुआत और चुनौतियां- Interesting Facts About Jackie Shroff
जैकी श्रॉफ का फिल्मी करियर बहुत ही आसान नहीं था। वह मुंबई के तीन बत्ती इलाके में पले-बड़े और अपनी स्कूलिंग 11वीं कक्षा तक ही कर पाए। हालांकि उनका दिल हमेशा अभिनय के लिए धड़कता था, लेकिन शुरुआती दिनों में वह काफी संघर्षों से गुजरे। फिल्मों में अपने सपनों को पूरा करने के लिए उन्होंने कई छोटे-मोटे काम भी किए और अलग-अलग फील्ड में काम किया।
उनकी पहली फिल्म ‘स्वामी दादा’ (1982) थी, जिसमें देव आनंद मुख्य अभिनेता थे। जैकी श्रॉफ ने फिल्म में सेकंड लीड भूमिका निभाने का सपना देखा था, लेकिन उन्हें छोटा रोल ही मिला। हालांकि, जैकी श्रॉफ ने कभी भी इससे निराश नहीं हुए और हर मौके का सही तरीके से फायदा उठाया।
मधुमक्खियों से जुड़ा अनोखा किस्सा
स्वामी दादा फिल्म के सेट पर एक ऐसा अनोखा और दिलचस्प हादसा हुआ, जिसे जैकी श्रॉफ हमेशा याद करते हैं। जैकी श्रॉफ ने खुद 2011 में एक इंटरव्यू में इस किस्से का खुलासा किया था। उन्होंने बताया कि जब फिल्म की शूटिंग हो रही थी, तो एक सीन में उन्हें और अभिनेता शक्ति कपूर को सचमुच पर मधुमक्खियां छोड़ दी गई थीं। जैकी श्रॉफ का कहना था कि यह सीन काफी चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि उन्हें इस दौरान मधुमक्खियों से बचने का कोई मौका नहीं मिला।
उन्होंने कहा,
“देव आनंद की मूवी स्वामी दादा में बतौर जूनियर आर्टिस्ट फिल्म इंडस्ट्री में मेरा पहला दिन था। आज जब मैं उस फिल्म के बारे में सोचता हूं तो मुझे उसके दो शॉट्स याद आते हैं। शक्ति जी और एक और विलेन के साथ जब मैं वो शॉट दे रहा था, तो उस सीन में हमारे पीछे मधुमक्खियों को छोड़ा जाना था। एक्शन बोलते ही, मधुमक्खियों को छोड़ दिया गया और हम तेजी से दौड़े, लेकिन दौड़ते-दौड़ते मुझे ये एहसास हुआ कि ये कोई एक्टिंग नहीं, बल्कि रियल में हो रहा है”।
‘स्वामी दादा’ में ये था जैकी श्रॉफ का किरदार
इस इंटरव्यू में जैकी श्रॉफ (Jackie Shroff Career) ने एक और दिलचस्प किस्सा बताया, वह देव आनंद की “स्वामी दादा” में सेकेंड लीड रोल करना चाहते थे, लेकिन मिथुन चक्रवर्ती को उनकी जगह कास्ट किया गया क्योंकि वह पहले से ही एक बड़े स्टार थे। हालांकि, जैकी बिल्कुल भी निराश नहीं हुए, क्योंकि देव आनंद ने उन्हें फिल्म में एक भूमिका की पेशकश की थी।
अपने रोल के बारे में बात करते हुए जैकी श्रॉफ ने कहा, “देव साहब ने मुझे कहा कि एक और रोल है मेरे लिए। भूमिका ये थी कि मुझे शक्ति कपूर के पीछे चुपचाप से खड़े रहना है। अब देव साहब को कोई इनकार कैसे कर सकता है, उनके कहने पर मैं किसी भी तरह की भूमिका निभा सकता था”।
संघर्ष और सफलता
जैकी श्रॉफ का करियर केवल फिल्मी दुनिया के रोमांच तक सीमित नहीं रहा। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने के लिए काफी मेहनत की है। उनके लिए इंडस्ट्री में सफलता कभी भी सहज नहीं रही। शुरुआती दौर में बहुत से अस्वीकारो और कठिनाइयों का सामना करने के बाद, उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से खुद को साबित किया।
जैकी श्रॉफ का कहना है कि वह देव आनंद के बहुत बड़े फैन थे, और स्वामी दादा फिल्म में उन्हें छोटा सा रोल निभाने का मौका मिला था। वह इस फिल्म के दौरान देव आनंद से काफी कुछ सीखने का अवसर पाते थे और फिल्म में उनके साथ काम करने का अनुभव उनके लिए बेहद खास था।