बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। वैसे तो वह अपनी निजी जिंदगी पर चर्चा करने से बचते हैं, लेकिन हाल ही में उन्होंने अपनी जिंदगी से जुड़ा एक बेहद अहम किस्सा शेयर किया है। दरअसल, कौन बनेगा करोड़पति 16 (Kaun Banega Crorepati 16) के हालिया एपिसोड में अमिताभ बच्चन ने अपने पिता मशहूर कवि हरिवंश राय बच्चन (Amitabh Bachchan’s father Harivansh Rai Bachchan) के बारे में बात की। उन्होंने अपने पिता की पहली पत्नी श्यामा बच्चन के बारे में पहली बार खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि श्यामा बच्चन से शादी के बाद उन्हें ट्यूबरकुलोसिस (टीबी) जैसी गंभीर बीमारी हो गई और बेहद कम उम्र में ही उनकी मौत हो गई। यह घटना हरिवंश राय बच्चन के जीवन में एक बड़ी त्रासदी साबित हुई, जिसने उनके जीवन और लेखन को गहरे स्तर पर प्रभावित किया।
हरिवंश राय बच्चन अपनी पहली पत्नी की मौत के बाद टूट गए थे
अमिताभ बच्चन ने बताया, ‘मेरे बाबूजी की पहली पत्नी का निधन हो गया था। पत्नी की मौत के बाद उनकी हालत बहुत गंभीर हो गई थी। वह उदास रहने लगे थे। पहली पत्नी की मौत के बाद उन्होंने जो भी कविताएँ लिखीं, उनमें उनका दुख और दर्द झलकता है। कुछ सालों बाद वह पैसे कमाने के लिए कवि सम्मेलनों में जाने लगे।‘
तेजी बच्चन से इस तरह हुई पहली मुलाकात- Teji Bachchan and Harivansh Rai Bachchan
अमिताभ बच्चन ने यह भी साझा किया कि बरेली में उनकी मां तेजी बच्चन (Amitabh Bachchan’s mother Teji Bachchan) से उनके पिता की पहली मुलाकात कैसे हुई। हरिवंश राय बच्चन ने अपनी पहली पत्नी के निधन के बाद जीवन में फिर से आगे बढ़ने का निर्णय लिया, और तभी बरेली में उनकी मुलाकात तेजी बच्चन से हुई, जो एक शिक्षित और प्रभावशाली महिला थीं। उनकी इस मुलाकात ने दोनों के बीच गहरी समझ और स्नेह की नींव रखी, और बाद में वे एक साथ जीवन बिताने का निर्णय लिया।
बिग बी ने शेयर किया पूरा किस्सा
बरेली मुलाकात का किस्सा शेयर करते हुए बिग बी ने कहा- ‘उनके एक मित्र बरेली में रहते थे, उन्होंने बाबूजी को मिलने के लिए बुलाया। बाबूजी उनसे मिलने गए। खाने के दौरान बाबूजी के मित्र ने उनसे एक कविता सुनाने का अनुरोध किया। लेकिन, इससे पहले कि मेरे पिता कविता सुनाना शुरू करते, उनके मित्र ने अपनी पत्नी से मेरी माँ (तेजी बच्चन) को बुलाने के लिए कहा। यहीं पर बाबूजी पहली बार हमारी माँ से मिले थे। माँ के आने के बाद, बाबूजी ने ‘क्या करूँ संवेदना लेकर तुम्हारी‘ कविता सुनाना शुरू किया और माँ यह कविता सुनकर रोने लगीं। पिताजी के मित्र ने माँ और पिताजी को कमरे में अकेला छोड़ दिया और खुद बाहर चले गए। कुछ देर बाद बाबूजी के दोस्त एक माला लेकर आए और उनसे कहा कि इसे उनके गले में डाल दें। उसी दिन बाबूजी ने फैसला कर लिया कि वह अपनी बाकी की जिंदगी हमारी मां (तेजी बच्चन) के साथ बिताएंगे।‘
1941 में हुई हरिवंश-तेजी की शादी
हरिवंश राय बच्चन ने 1941 में तेजी बच्चन से शादी की। इस शादी से उनके दो बच्चे हुए, जिनका नाम अमिताभ और अजिताभ बच्चन है। अमिताभ हाल ही में 82 साल के हुए हैं। वहीं, तेजी बच्चन का न केवल हरिवंश राय बच्चन के जीवन में बल्कि अमिताभ बच्चन के जीवन में भी बहुत बड़ा प्रभाव था। अमिताभ बच्चन अक्सर अपनी मां की सादगी, शालीनता और उनकी ताकत का जिक्र करते हैं।