Comedian Pranit More: बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रहे अभिनेता वीर पहाड़िया इन दिनों अपनी पहली फिल्म को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं। इस फिल्म में वह एक एयर फोर्स ऑफिसर की भूमिका निभा रहे हैं और उनके साथ अक्षय कुमार, सारा अली खान और निमरत कौर जैसे बड़े सितारे नजर आने वाले हैं। हालांकि, अब वीर पहाड़िया का नाम एक विवाद में भी जुड़ गया है। मशहूर कॉमेडियन प्रणित मोरे को उनके शो के बाद कुछ लोगों ने सिर्फ इसलिए पीट दिया क्योंकि उन्होंने अपने शो के दौरान वीर पहाड़िया पर एक जोक किया था।
प्रणित मोरे पर हमले की पूरी घटना- Comedian Pranit More
कॉमेडियन प्रणित मोरे ने इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए साझा की। उन्होंने बताया कि यह घटना सोलापुर में आयोजित एक शो के बाद हुई। शो के दौरान उन्होंने वीर पहाड़िया को लेकर मजाक किया था, लेकिन कार्यक्रम खत्म होने के बाद जब वह फैंस के साथ सेल्फी ले रहे थे, तभी एक ग्रुप उनके पास पहुंचा।
पहले तो हमलावरों ने खुद को प्रणित का फैन बताया, लेकिन इसके बाद उन पर अचानक हमला कर दिया। करीब 11-12 लोगों के इस समूह ने उन्हें बुरी तरह पीटा और फिर धमकी देकर वहां से फरार हो गए।
हमलावरों में से एक का नाम आया सामने
प्रणित मोरे की पोस्ट के मुताबिक, हमलावरों में से एक का नाम तनवीर शेख था। उसने मारपीट के दौरान कहा, “अगली बार वीर पहाड़िया पर जोक मारकर दिखा!” इस बयान से यह साफ हो गया कि यह हमला वीर पहाड़िया को लेकर किए गए मजाक की वजह से किया गया था।
वीर पहाड़िया ने घटना पर दी सफाई
इस पूरे मामले में वीर पहाड़िया का नाम आने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया और इस हमले की निंदा की। उन्होंने लिखा:
“मैं इस घटना से बहुत दुखी और हैरान हूं। मैं किसी भी तरह की हिंसा को सपोर्ट नहीं करता। यह मेरी सोच के विपरीत है और मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।”
वीर पहाड़िया ने यह भी कहा कि वह पूरी कोशिश करेंगे कि हमलावरों को सजा मिले और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
वीर ने यह भी साफ किया कि वह हमेशा ट्रोलिंग को हल्के में लेते आए हैं और खुद भी मजाक में शामिल होते रहे हैं। उन्होंने प्रणित मोरे को सोशल मीडिया पर सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
यह विवाद सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। कई लोग प्रणित मोरे के समर्थन में खड़े हैं और कह रहे हैं कि जोक को मजाक की तरह लिया जाना चाहिए, न कि उसे हिंसा तक ले जाया जाए।
वहीं, कुछ लोग वीर पहाड़िया का बचाव भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि वीर पहाड़िया का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है और उन्हें इस विवाद में घसीटना सही नहीं है।