एक्टर इरफ़ान खान का निधन सभी के लिए किसी शॉक से कम नहीं था. इस दुखद खबर से पूरे देश में एक शून्य की भावना छा गई. इस बात में कोई दोहराई नहीं कि इरफ़ान सिर्फ एक्टिंग में ही बल्कि अपने व्यवहार और व्यक्तित्व के भी धनी थे. ये ऐसी चीज़ें थीं जो शायद ही एक साथ किसी व्यक्ति में पायीं जाती हों. अपने इन्हीं गुणों के चलते उन्होंने फ़िल्मी जगत में काफी नाम कमाया है. शायद यही वजह है कि उनका यूं पंचतत्व में विलीन हो जाना सभी के लिए दिलों दिमाग को झकझोर देने वाली घटना है.
जमीन से जुड़े थे इंसान
इतने बड़े सितारे होने के बावजूद कभी भी इरफ़ान खान के नखरे नज़र नहीं आये. कभी भी इरफ़ान किसी से बदतमीजी से बात नहीं करते थे. वे हमेशा लोगों से नाप तोलकर और तहजीब से बात किया करते थे. वे जमीन से जुड़े इंसान थे और स्टारडम हासिल करने के बाद भी उन्होंने अपने नेचर में कोई बदलाव नहीं किया. उन्होंने अपनी सफलता का कभी अहंकार नहीं किया.
दोस्ती निभाना भी बखूबी जानते थे
इरफ़ान अपने दोस्तों के साथ यारी निभाना भी खूब जानते थे. अपने दोस्तों के सामने उन्होंने कभी ये जाहिर नहीं होने दिया कि वो एक सफल अभिनेता हैं. जब वो अपने कॉलेज के दोस्तों से मिलते थे तो हमेशा मस्ती मजाक करते थे. उनके कॉलेज फ्रेंड्स यह तक कहते थे कि इरफान बिल्कुल भी नहीं बदले हैं. शायद तभी इरफ़ान के दोस्त उन पर जान छिड़कते थे.
पैशन ने दिलाई सफलता
उन्होंने अपने पैशन का कभी पीछा नहीं छोड़ा. इसके लिए उन्होंने अपना नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा में दाखिला किया. मंजिल तक उनको पहुँचने के बीच में कई रोड़े आये लेकिन उनके पैशन के आगे सब फीके पड़ने लगे. ऐक्टर की पत्नी सुतापा सिकदर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि इरफान रात के तीन बजे तक स्क्रिप्ट पढ़ते रहते हैं और साथ में नोट्स बनाते हैं कि वह किस चीज को कैसे और बेहतर बना सकते हैं.
कभी नहीं हारी हिम्मत
साल 2018 में इरफान खान को न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर बीमारी हुई तो उनकी जिंदगी की गाड़ी मानो पूरी तरह से उलट गई. लगातार इलाज के दौरान कई बार ऐसे पल आए जब हर मरीज की तरह इरफान भी टूटे लेकिन उन्होंने कभी भी हिम्मत नहीं हारी. यहां तक कि वह तो सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दूसरों को भी हिम्मत देते दिखते थे. भले ही आखिरी में वो जिंदगी की जंग हार गए लेकिन उन्होंने इसका मुकाबला जिंदादिली से किया.