पार्टीशन यानि की बंटवारा जिसके बारे स्कूल में पढ़ाया जाता है कि कैसे देश दो हिस्सों में बाँट दिया गया पाकिस्तान और हिंदुस्तान और लोगों से कह दिया गया कि वो पाकिस्तान और हिंदुस्तान में से किसी भी एक देश को चुन सकते हैं. पार्टीशन एक ऐसा दुख था जब देश अंग्रेजो की गुलामी से आजाद हुआ तब दूसरी तरफ देश दो टुकड़ों बाँट रहा था इस पार्टीशन की कई सारी कहानी है और इस पार्टीशन पर बॉलीवुड में कई फिल्में बनाई गईं। जिसमें दिखाया गया हाई कि बंटवारे की कीमत आम लोगों ने चुकाई है.
तमस (Tamas)
पार्टीशन में बनी फिल्म की लिस्ट में सबसे पहला नाम है फिल्म ‘तमस’ का. ये फिल्म पाकिस्तान में स्थित रावलपिंडी में हुए दंगों की सच्ची घटना पर बनाई बनी है. इस फिल्म में पार्टीशन के दौरान होने वाले दंगों की कहानियां हैं साथ ही उस समय दंगों की वजह से क्या-क्या हुआ उन सभी चीजों को दिखाया गया है.
ट्रेन टू पाकिस्तान (Train to pakistan)
इस लिस्ट में दूसरा नाम है फिल्म ‘ट्रेन टू पाकिस्तान’ का. ये फिल्म पाकिस्तान में स्थित शहर मनो माजरा के पास स्थित एक रेलवे लाइन की कहानी पर बनी है। आजादी के पहले इस गांव में सिख की संख्या काफी ज्यादा थी लेकिन मुस्लिमों की आबादी कम थी लेकिन इसके बावजूद लोग वहां मिलजुल कर रहते थे, वहीं इस फिल्म में ये दिखाया गया कि बंटवारे की वह से इस शहर की स्थिति और जगहों में कैसे बदलाव आ जाता है. लोगों के बीच दंगे होते हैं, जिसमें लोग एक दूसरे की जान के दुश्मन बन जाते हैं।
हे राम (Hey Ram)
इस लिस्ट में तीसरी नाम है फिल्म हे राम का. ये फिल्म साल 2000 में आई और इस फिल्म को कमल हसन ने बनाया. इस फिल्म में बंटवारे के समय की हिंसा को दिखाया ह. इस फिल्म राम नाम के एक इंसान की पत्नी का दंगों के दौरान बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी है, इसके साथ ही फिल्म में नाथूराम गोडसे द्वारा गांधी जी की हत्या की कहानी को भी पर्दे पर दिखाया गया है। बता दें की यह फिल्म ऑस्कर के लिए भी नॉमिनेट की गई थी.
गदर:एक प्रेम कथा (Gadar: A Love Story)
इस लिस्ट में अगला नाम है फिल्म ‘गदर:एक प्रेम कथा’ का, इस फिल्म में सनी देओल और अमीषा पटेल है और इस फिल्म में बंटवारे के समय की एक प्रेम कहानी को दिखाया गया है. कहानी में सरदार तारा सिंह दंगों के दौरान एक मुस्लिम महिला सकीना की जान बचाता है, जिसके बाद वो दोनों शादी कर लेते हैं। सालों बाद सकीना को पता चलता है कि उसके माता-पिता जिंदा हैं और वो उनसे मिलने पाकिस्तान जाती है पर तारा सिंह को पाकिस्तान नहीं जाने दिया जाता. सकीना को उसके माता-पिता उसे जबरन वहीं रोक लेते हैं जिसके बाद तारा सिंह अपनी पत्नी को वापस लाने के लिए पाकिस्तान जाता है।
गरम हवा (Garam hawa)
बंटवारे पर बनी फिल्म की लिस्ट में अगला नाम है 1973 में आई फिल्म ‘गरम हवा’ का. ये फिल्म बंटवारे के समय पर बनी सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक है। फिल्म में उत्तर भारत में रहने वाले एक मुस्लिम परिवार की कहानी को दिखाया गया है, जो इस सोच में पड़ जाती है कि आखिर बंटवारे के बाद भारत में रहा जाए या पाकिस्तान पलायन किया जाया।
धर्मपुत्र (Dharm putr)
इसी के साथ साल 1961 में आई फिल्म धर्मपुत्र भी भारत-पाकिस्तान के बंटवारे और धर्म पर आधारित दंगों को बनी है. इस फिल्म की कहानी में बंटवारे के दौरान एक हिंदू परिवार अपने साथ एक मुस्लिम बच्चे को भारत लेकर आता है। इस फिल्म का गाना ‘तु हिंदू न बनेगा न मुसलमान बनेगा,इंसान की औलाद है इंसान बनेगा’ हिंदू-मुस्लिम एकता को दर्शाता है।