बॉलीवुड के फेमस एक्टर से राजनीति में एंट्री लेने वाले सनी देओल अक्सर ही किसी का किसी वजह से सुर्खियों में रहते हैं। जब से ही सनी ने पॉलिटिक्स ज्वॉइन की है, वो विवादों में ज्यादा रहते हैं। दरअसल, सनी देओल गुरदासपुर से एमपी हैं। चुनाव जीतने के बाद वो गुरदासपुर में काफी कम ही नजर आए । इसलिए अपने क्षेत्र से ‘गायब’ रहने और वहां की जनता के लिए काम नहीं करने को लेकर लोग उनकी कई बार आलोचना कर चुके हैं।
कार जल्दी डिलवर करने की मांग की थी
सनी देओल फिर चर्चा में हैं। इसकी वजह है उनकी एक चिट्ठी जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। इस लेटर को लेकर लोग उन्हें काफी बुरी तरह ट्रोल करते हुए नजर आ रहे हैं। दरअसल, इस चिट्ठी में सनी देओल ने एक विधायक की बेटी को बुक कराई हुई ‘थार’ गाड़ी की जल्दी डिलीवरी करने के लिए सिफारिश की। ये चिट्ठी तो फरवरी की है, लेकिन सोशल मीडिया पर अब वायरल हो रही। जिसके चलते एक्टर और पॉलिटिशियन सनी लोगों के निशाने पर आ गए। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें ट्रोल करते हुए कहते नजर आ रहे हैं कि वो जनता के लिए तो कुछ करते नहीं, लेकिन विधायक की बेटी की गाड़ी के लिए सिफारिश पत्र भेज रहे हैं।
वायरल हो रही चिट्ठी पुरानी
पत्र में सनी देओल ने लिखा है कि 20 जनवरी को विधायक दिनेश सिंह बब्बू ने अपने परिवार के लिए एक ब्लैक कलर की महिंद्रा थार डीजल मॉडल वाली कार बुक की थी। बुकिंग के लिए उन्होंने 21 हजार रुपये का एडवांस भी दिया। दिनेश सिंह बब्बू मेरे करीबी परिचित हैं। उनको इस गाड़ी की जल्द जरूरत है, इसलिए मेरी ये अपील है कि उनको उनकी बारी से पहले ही प्राथमिकता के आधार पर गाड़ी डिलीवर कर दी जाए।
‘किसानों के लिए क्यों नहीं उठाते आवाज’
इस लेटर को लेकर ही इस वक्त सनी विवादों में हैं। आम लोग ही नहीं विपक्षी पार्टियां भी इसको लेकर सनी देओल पर खूब हमला बोल रही हैं। सनी के पुराने लेटर के वायरल होने के बाद यूथ कांग्रेस के जिला महासचिव वरुण कोहली ने कहा कि सनी देओल कार दिलवाने के लिए कंपनी को पत्र लिखकर सिफारिश कर सकते हैं, तो वो केंद्र को चिट्ठी लिखकर कृषि कानून रद्द कराने की मांग क्यों नहीं करते। वो ये साबित करें कि गुरदासपुर की जनता ने जिस व्यक्ति को चुनकर लोकसभा में भेजा है, वो उनकी आवाज बन रहा है और उनके साथ है। इस तरह के ही कमेंट सनी की चिट्ठी पर कई लोग करते हुए नजर आ रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले भी अलग अलग मुद्दों को लेकर सनी कई बार विवादों में घिर चुके हैं। गुरदासपुर में तो कई बार सनी देओल की गुमशुदगी के पोस्टर तक लगाए जा चुके है।