लोगों से पूछो तो वो अपने कॉलेज के दिनों को शानदार बताते हैं, लेकिन कोई हम दलित छात्रों से पूछकर तो देखें, कैसे हम एक-एक दिन कॉलेज में काटते हैं। ये डायलॉग है बीते दिनों आई एक फिल्म का, जिसका नाम है Quota: The Reservation। फिल्म के नाम से आपको लग रहा होगा कि ये आरक्षण यानी Reservation के मुद्दे पर बनाई गई है। लेकिन Quota: The Reservation आरक्षण के मुद्दे को नहीं उठाती। बल्कि इस फिल्म के जरिए एक बार फिर जातीय भेदभाव को उजागर करने की कोशिश की गई है। फिल्म के निर्माता-निर्देशक संजीव जयसवाल हैं, जिन्होंने Shudra: The Rising फिल्म भी बनाई थीं। आज हम आपके लिए इसी फिल्म का रिव्यू लेकर आए हैं। कैसी है Kota:The Reservation फिल्म? क्यों ये मूवी आपको जरूर देखनी चाहिए? इस पर ही हम बात करेंगे…
कहानी…
फिल्म की कहानी की बात करें तो ये सौरभ रावत नाम के एक कैरेक्टर के इर्द-गिर्द घूमती हैं। सौरभ डॉक्टर बनने का सपना लेकर शहर के एक नामी कॉलेज में एडमिशन लेता है। लेकिन कॉलेज के पहले दिन ही उसे ये एहसास दिला दिया जाता है कि वो एक दलित है और दलित होना एक कलंक की तरह है। रिजर्वेशन की वजह से ही किसी दूसरे छात्र का हक छीनकर उसे कॉलेज में एडमिशन मिला।
कॉलेज में सौरभ को भयंकर जातिवाद का सामना करना पड़ता है। कॉलेज में दलित छात्रों को अपनी जाति के चलते अपमान सहना पड़ता है, गालियां सुननी पड़ती है। यहां तक कि उन्हें हिंसा का भी शिकार होना पड़ता है। कॉलेज प्रशासन से लेकर पुलिस और सत्ता तब हर कोई दलित छात्रों को परेशान करते हैं। फिल्म को सच्ची घटनाओं से जोड़ने की भी कोशिश की गई है, जैसे इसमें आपको हैदराबाद यूनिवर्सिटी के स्कॉलर डॉ रोहित वेमुला और मुंबई के टोपीवाला नेशनल मेडिकल कॉलेज की छात्रा पायल तड़वी की मौत से जुड़े चर्चित मामलों की भी झलक आपको देखने मिलेगी।
स्टार कास्ट…
फिल्म की स्टार कास्ट की बात करें तो कहानी का मुख्य किरदार सौरभ रावत हैं। इस रोल को टीवी इंडस्ट्री के जाने-माने एक्टर अनिरुद्ध रावत ने निभाया। वहीं ऋचा वाल्मिकी के रोल में गरिमा कपूर नजर आ रही हैं। इसके अलावा जातिवादी छात्र पंकज शुक्ला की भूमिका राजीव दिनकर ने निभाई। वहीं एक्टिविस्ट राजशेखर के रोल में आदित्य ओम नजर आ रहे हैं। फिल्म में वो नीला गमछा डाले दिखाई देते हैं, जो आपको कहीं ना कहीं भीम आर्मी चीफ़ चंद्रशेखर आज़ाद की याद दिलाएंगें।
Quota: The Reservation जाति भेदभाव की हकीकत पर बनीं एक बढ़िया फिल्म है, जिसे एक बार तो जरूर देखा जाना चाहिए। फिल्म में बुद्ध और बाबा साहब अंबेडकर की तस्वीरों का भी खूब इस्तेमाल किया गया।
जानें कहां देख सकते हैं फिल्म?
मेकर्स वैसे तो दलित छात्रों के दर्द पर बनीं इस फिल्म को थिएटर पर रिलीज करना चाहते थे, लेकिन निर्माता संजीव बालियान की मानें तो थिएटर मालिकों का सपोर्ट नहीं मिलने के चलते उनकी फिल्म को OTT प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया गया। Quota: The Reseravation फिल्म Baba Play OTT ऐप पर रिलीज की गई। हिंदी के साथ इंग्लिश, मराठी, गुजराती, तेलुगू, तमिल, बंगाली और पंजाबी भाषाओं में मूवी को रिलीज किया गया है। अगर आपको भी ये फिल्म देखना चाहते हैं, तो Baba Play ऐप डाउनलोड करें और वहां इस फिल्म को देख सकते हैं।