एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही बॉलीवुड विवादों में घिरा हुआ है. नेपोटिज्म से लेकर ड्रग्स केस तक इस सभी मुद्दों को लेकर बीते कुछ महीनों में बॉलीवुड की काफी बदनामी हुई है. कई बड़े बड़े सितारों का नाम इसके लपेटे में आया. जिसके बाद से ही सोशल मीडिया पर बॉलीवुड फिल्मों के बायकॉट करने की मांग अक्सर उठती रहती हैं.
विवादों में रहे हैं बॉलीवुड के अवॉर्ड शो
वहीं बॉलीवुड के अवॉर्ड्स शो भी काफी विवादों में घिरे रहते हैं. अक्सर लोग ऐसे आरोप लगाते हैं कि बॉलीवुड के अवॉर्ड्स शो फिक्स होते हैं और कई सितारे पैसे देकर इन्हें खरीद लेते हैं. कुछ महीनों पहले हुए फिल्मफेयर अवॉर्ड में जब फिल्म ‘गली बॉय’ को अधिकतर अवॉर्ड दिए गए थे, तब लोगों का इस पर काफी गुस्सा फूटा था.
इस दौरान गीतकार मनोज मुंतशिर ने ‘केसरी’ के अपने गाने ‘तेरी मिट्टी’ को फिल्मफेयर में अवॉर्ड ना मिलने पर नाराजगी जताई थी. साथ ही उन्होनें ये भी कहा था कि वो किसी भी अवॉर्ड शो में हिस्सा नहीं लेंगे. ऐसा पहली बार था, जब अवॉर्ड्स शो को लेकर विवाद हुआ हो.
जब ऋषि कपूर ने खरीदा था अवॉर्ड
बॉलीवुड के दिवंगत एक्टर ऋषि कूपर ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में चौंका देने वाला खुलासा किया था. ऋषि कपूर ने बताया था कि उन्होनें 50 साल पहले 30 हजार रुपये में एक अवॉर्ड खरीदा था.
1970 में ऋषि ने ‘मेरा नाम जोकर’ फिल्म से बाल कलाकार के तौर पर बॉलीवुड में कदम रखा. इसके तीन सालों के बाद साल 1973 में लीड एक्टर के तौर पर उन्होनें अपने करियर की शुरुआत की थी. ये फिल्म ‘बॉबी’ थी, जिससे डिंपल कपाड़िया ने भी बॉलीवुड में डेब्यू किया. इस मूवी के लिए ऋषि कपूर को बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला था, लेकिन उन्होनें इस अवॉर्ड को 30 हजार रुपये में खरीदा था.
ऑटोबायोग्राफी में किया था खुलासा
साल 2017 में आई ऋषि की ऑटोबायोग्राफी खुल्लम-खुल्ला में इसका जिक्र किया गया है. उन्होनें बताया था कि उस दौरान वो काफी यंग थे और अपनी फिल्म को मिली सक्सेस से काफी खुश थे, इसी वजह से उन्होनें ऐसा कदम उठाया. हालांकि वो इसे अपनी गलती मानते हैं. ऋषि कपूर ने कहा था कि उन्हें हमेशा इस बात का पछतावा रहा.