'सख्त लौंडा हैं मेरा बेटा, क्योंकि…' इरफान खान का अवॉर्ड लेते हुए रोए बाबिल, तो मां सुतापा ने लिखी बेहद ही खूबसूरत कविता

'सख्त लौंडा हैं मेरा बेटा, क्योंकि…' इरफान खान का अवॉर्ड लेते हुए रोए बाबिल, तो मां सुतापा ने लिखी बेहद ही खूबसूरत कविता

कैंसर…ये एक ऐसी बीमारी है, जो एक पूरे परिवार को बिखेर कर देती है। जब कोई व्यक्ति इस गंभीर बीमारी का शिकार होता है, तो उसका पूरा परिवार टूटकर बिखर जाता है। ये बीमारी अब तक ना जाने कितने परिवारों को उजाड़ चुकी है। इरफान खान के परिवार ने भी उस दर्द को बीते साल तब महसूस किया था, जब 29 अप्रैल 2020 को एक्टर इस बीमारी के चलते दम तोड़ दिया। 

इरफान खान की मौत से उनके परिवार को बहुत बड़ा नुकसान हुआ और ये नुकसान भी ऐसा था जिसकी कभी भी भरपाई नहीं की जा सकती। इरफान की मौत के बाद उनकी पत्नी और बच्चों ने खुद को संभाला, लेकिन अभी भी उनको याद करते हुए हौंसला टूट ही जाता है। कई बार इरफान के परिवारवाले उनको याद करते हुए इमोशनल हो जाते हैं।  

अवॉर्ड शो में भावुक हुए बाबिल

हाल ही में इरफान के बेटे बाबिल के साथ भी ऐसा ही हुआ। बाबिल जब अपने फिल्मफेयर अवॉर्ड्स 2021, जहां उनके दिवंगत पिता इरफान खान को सम्मानित किया जाना था। बाबिल ने यहां स्टेज पर जाकर अपने पिता की तरफ से सम्मान जाकर लिया, लेकिन इस दौरान वो खुद को संभाल नहीं पाए और आखिरकार अपने पिता को याद करते हुए उनकी आंखों से झलक ही आए। 

मां सुतापा ने लिखीं इमोशनल कविता

सोशल मीडिया पर बीते दिनों से बाबिल की एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है, जिसमें वो स्टेज पर रोते हुए नजर आ रहे हैं। इसके बाद इरफान की पत्नी सुतापा ने अपने रोते हुए बेटे बाबिल की इस तस्वीर को शेयर किया और इसके साथ एक स्पेशल कविता भी लिखीं। सुतापा अपनी कविता ने बताती कि उनका बेटा बाबिल एक कड़क लौंडा है, क्योंकि वो अपने आंसू छिपाता नहीं, बल्कि वो खुले में रोता है।

सुतापा लिखती हैं…

“मेरा बेटा…
बड़ा कड़क लौंडा है वो…
चुप चुप के नहीं सबके सामने जोर जोर रोता है वो…
बड़ा कड़क लौंडा है…
बाप के यादों को समेटता है नाजुक उंगलियों से…
बिखेरता है उन्हें ख़ुशबू की तरह…
सहेजता है उन्हें बंद डायरी में…
बड़ा सख्त लौंडा है वो…
अपनी मां को गले लगाके कह पाता है…
“पूरी ज़िंदगी तू घना पेड़ थी हम सब के लिए’
अब उड़ मां पंख फैलाए होश गवाएं”…
शर्माता है गालों पर उसके गिरते हैं डिम्पल मुस्कुराकर…
जब कहता है अपनी ही मां को “अब तो जा जी ले अपनी ज़िंदगी सिमरन”…
बड़ा सख़्त लौंडा है ये…
रात भर रोता है बाबा की याद में…
जब आंख सूज जाती है तो पूछने पर ये नहीं कहता अपनी मर्दानगरी के ख़ातिर की सोया नहीं रात भर…
कह देता है रोया हूं मां…
अहससात को जज़्बात को नौ मन बोझ बनाकर नहीं रखता क्यूंकि मर्द है वो…
अल्लाह का लाख लाख शुक्र है बड़ा सख़्त लौंडा है मेरा बेटा..
क्यूंकि जज़्बात छिपाने के लिए नहीं दिखाने के लिए जिगर चाहिए होता है…
पुराने रिवायतो को तोडकर नए आयाम बनाने के लिए जिगर चाहिए होता है…
बहुत बहुत सख्त होना पढ़ता है नरम दिखने के लिए…
बड़ा सख़्त लौंडा है ये…”

‘अपने पिता के सिर को गर्व से ऊंचा करूंगा’

आपको बता दें कि फिल्मफेयर अवॉर्ड्स के दौरान जब होस्ट राजकुमार और आयुष्मान ने इरफान के भारतीय सिनेमा में उनके योगदान को याद किया। उस दौरान बाबिल इमोशनल हो गए। फिल्मफेयर में दिवंगत एक्टर इरफान खान को फिल्म अंग्रेजी मीडियम के लिए बेस्ट एक्टर के अवॉर्ड से नवाजा गया। साथ ही उनको लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया। 

जब बाबिल को स्टेज पर अवॉर्ड लेने के लिए बुलाया गया, तो वो ये कहते हुए नजर आए कि वो अपने पिता के सिर को गर्व से ऊंचा करेंगे। भारतीय सिनेमा को वो नई ऊंचाईयों पर लेकर जाएंगे। बाबिल सिर्फ इतना ही कहते हैं कि वहां मौजूद सभी लोग तालियां बजाने लगते हैं। 

वैसे आपको जानकारी के लिए ये भी बता दें कि बाबिल ने बॉलीवुड में कदम रखने की भी तैयार कर ली है। एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा उनको लॉन्च करेगी। बाबिल के साथ फिल्म में तृप्ति डिमरी लीड रोल में नजर आएगी। मूवी नेटफ्लिक्स पर आएगी। 

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