हाल ही में प्रसिद्ध सिंगर कनिका कपूर (Kanika Kapoor) में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया, जिसके बाद से वो खूब सुर्खियों में हैं. जहां एक तरफ उन पर कई लोगों को बिमार करने का आरोप है तो वहीं, पीजीआई के डॉक्टर्स उनके नखरों से काफी परेशान हैं. उनके अनुसार कनिका अस्पताल में खुद को आम मरीजों की तरह नहीं बल्कि एक सेलिब्रिटी ही समझती हैं.
हाई-फाई स्टैंडर्ड दिखाने वाली कनिका कपूर भले ही आज फिल्मी दुनिया में अपनी एक बड़ी पहचान बना चुकी हैं, लेकिन क्या आपको ये जानकारी है कि एक समय ऐसा भी था जब उनके पास अपने बच्चों की स्कूल की फीस भरने के भी रुपए नहीं थे. इतना ही नहीं उन्होंने आत्महत्या भी करनी चाही थी. जी हां, ये जानकर भले ही आपको हैरानी हो रही होगी लेकिन ये सच है. आइए आपको पूरा मामला विस्तार से बताते हैं…
लखनऊ में जन्मी सिंगर कनिका कपूर की शादी 18 साल की उम्र में ही हो गई थी. साल 1997 में वो अपने पति राज चंडोक समेत लंदन में रहने के लिए चली गईं. उस दौरान न तो उन्हें सिंगिंग (Singing) के क्षेत्र में कामयाबी हासिल हो रही थी और न ही उनका रिश्ता चल पाया. तीन बच्चों की मां बनने के बाद उनका तलाक हो गया और फिर वो वापस देश आ गईं.
तलाक होने के बाद कनिका पर तीनों बच्चों की जिम्मेदारी आ गई, ऐसे में न अपने बच्चों का पालन-पोषण करने से लेकर पढ़ाने-लिखाई का खर्चा उनके सिरे था और इन सभी खर्चों के लिए पैसों का होना बेहद जरूरी भी था. इसलिए वो लगातार संगीत के क्षेत्र में संघर्ष करती रही, लेकिन कहीं से किसी भी तरह की कुछ उम्मींद हाथ न लगने पर वो बेहद निराश हो गई थीं.
आत्महत्या करना चाहती थी कनिका
तलाक होने के कारण कनिका पहले से ही डिप्रेशन में थीं. इसी दौरान जब उन्हें पता चला की फीस न भरने की वजह से उनके बच्चों को स्कूल से निकाल दिया गया है तो ये जानकर वो पूरी तरह से टूट चुकी थी. इन्हीं सब चीजों से परेशान आकर उन्हें आत्महत्या करने का फैसला लिया था. वो बात अलग है कि परिवार वालों के काफी समझाने पर वो शांत हुईं.
2014 में आए गाने ने बदली कनिका की जिंदगी
साल 2014 में कनिका कपूर ने फिल्म ‘रागिनी एमएमएस 2’ का गाना ‘बेबी डॉल’ गया था, जिसके बाद से वो न केवल प्रसिद्ध हुई बल्कि उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया. वहीं, अब कोरोना वायरस जैसी बढ़ी बीमारी से वो लड़ रही हैं.