साइना नेहवाल…देश की वो बेटी जिसने भारत का नाम दुनियाभर में ऊंचा किया। उन पर बनीं बायोपिक आज
सिनेमाघरों में रिलीज हो गई हैं। जबसे इस फिल्म का अनाउंसमेंट किया था, लोग मूवी
का बेसब्री से इंतेजार कर रहे थे। क्योंकि हर कोई ये तो जानता ही है कि साइना
एक चैंपियन बैडमिंटर प्लेयर है, लेकिन
उनका ये चैंपियन बनने का सफर कैसा था इसके बारे में किसी को नहीं पता।
डायरेक्टर अमोल
गुप्ते उसी कहानी को बड़े पर्दे पर लेकर आए हैं। फिल्म में साइना के रोल में नजर आ
रही हैं परिणीति चोपड़ा। वैसे ये किरदार निभाने का मौका पहले तो एक्ट्रेस श्रद्धा
कपूर को मिला था, लेकिन किसी वजह से वो इस फिल्म काम नहीं कर पाई और ये प्रोजेक्ट
आकर गिरा परिणीति को झोली में। खुद को बॉलीवुड में साबित करने की कोशिशों में जुटी
परिणीति के लिए ये एक गोल्डन अपॉर्चुनिटी से कम नहीं। एक स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म में एक चैंपियन
प्लेयर का किरदार निभाना कोई आसान काम तो नहीं है। तो ऐसे में क्या परिणीति इस रोल
को बखूबी निभा पाई? साइना नेहवाल पर बनी ये बायोपिक फिल्म कैसी है? क्या है इसकी कहानी? आइए आपको बताते हैं इस मूवी का
रिव्यू…
कुछ ऐसी है फिल्म की कहानी
सबसे
पहले बात करते हैं मूवी की कहानी की। फिल्म की शुरुआत होती है हरियाणा से।
जहां रहने वाले उषा और हरवीर सिंह नेहवाल की बेटी है साइना। वो फिर हरियाणा से हैदराबाद आकर बस
जाते हैं। साइना के पेरेंट्स की ये ख्वाहिश होती है कि उनकी बेटी एक बैडमिंटन
खिलाड़ी बने। साइना का बैडमिंटन कोचिंग सेंटर में एडमिशन कराया जाता है। तमाम उतार
चढ़ाव आते है, कुछ संघर्षों और मुश्किलों का भी सामना करना पड़ता है और फिर ऐसे ही
एक नन्ही सी साइना बनती हैं बैडमिंटन की चैंपियन।
फिल्म
में साइना नेहवाल के चैंपियन बनने तक के सफर को दिखाया गया। हालांकि मूवी को
विवादों से दूर रखने की कोशिश की गई, जिसके चलते फिल्म में साइना नेहवाल के कथित
पीवी सिंधू के साथ विवादों को नहीं दिखाया गया। मूवी को एकदम सिंपल रखा गया। मूवी
में दिखाया गया है कि साइना नेहवाल के इस सफर में उनके पेरेंट्स का कितना बड़ा रोल
रहा, खासकर मां का। मां ने साइना नेहवाल को काफी सपोर्ट किया, जिसकी वजह से ही वो
नंबर-1 खिलाड़ी बनने में कामयाब हुईं। वो साइना को काफी मोटिवेट करती नजर आती हैं।
मूवी
को सीधा साधा रखा गया है। इसमें साइना के संघर्षों को बढ़ा चढ़ाकर नहीं दिखाया
गया। डायरेक्टर ने सिंपल अंदाज में साइना की कहानी लोगों के सामने पेश की। हालांकि
फिर भी मूवी की कहानी दर्शकों को अपने साथ बांधे रखने में कामयाब होती नजर आ रही
हैं।
जानिए कैसी है फिल्म में किरदारों की एक्टिंग?
बात
अगर किरदारों की एक्टिंग की करें तो साइना के बचपन का रोल निशा कौर ने अच्छा काम
किया। निशा की एक्टिंग की काफी तारीफ हो रही हैं। वो अपने रोल में फिट बैठती नजर
आई। वहीं बात परिणीति की करें तो उन्होनें भी इस रोल के लिए काफी मेहनत की, जो
देखने को भी मिल रही हैं। हालांकि उनकी एक्टिंग में थोड़ी बहुत कमी नजर आ ही रही
हैं।
वन टाइम वॉच है ये फिल्म
साइना
जैसे मूवी बनाना को एंटरटेनिंग बनाना एक चैलेजिंग काम था। क्योंकि साइना नेहवाल की
जिंदगी काफी सिंपल रही हैं। उन्होनें एक सादगी भरी जिंदगी रही है। साइना का
विवादों से नाता नहीं रहा। और उन्हें पेरेंट्स का भी काफी सपोर्ट मिला, जिसके चलते
साइना को इतनी मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ा। ये मूवी युवा को प्रेरित कर
सकती है। इस मूवी को एक बार तो देखा ही जा सकता है।