इरफान खान के एक फैन ने उनके जीवन पर आधारित पूरा आर्टिकल लिखा है। जिसको इरफान खान की पत्नी सुतापा सिकदर ने शेयर किया है। इस आर्टिकल में इरफान खान के बचपन से लेकर उनके निधन तक की पूरी कहानी को खूबसूरती से बताया गया है।
दरअसल, इरफान खान के जीवन पर आधारित आर्टिकल फेसबुक पर Avro Chakraborty नाम के एक शख्स ने लिखा है। उस आर्टिकल को शेयर करते हुए इरफान खान की पत्नी सुतापा सिकदर ने लिखा- ‘सच कहूं तो, मैंने न ही कभी इस लेखक के बारे में सुना था और न ही इस वेबसाइट के बारे में। मेरे दोस्त विकास ने मुझे ये आर्टिकल भेजा। मेरी नजर में ये आर्टिकल नहीं आया उसके लिए मुझे मांफ करें। वो दिन मेरे लिए काफी कठिन था।’
सुतापा सिकदर ने आगे लिखा- ‘उन दिनों में जब आपकी उतार-चढ़ाव वाली सीट पानी के एक कुंड में कीचड़ भरी जमीन पर है और आप इसे उठा नहीं सकते हैं। लेकिन इस आर्टिकल ने वास्तव में लिखने (writing) पर मेरा विश्वास बढ़ा दिया। मैं लेखक के रिसर्च और उनकी बात की सराहना करती हूं। साथ ही इरफान के ‘अकेलेपन’ की भी सराहना करती हूं।’
इरफान खान की पत्नी ने उन्हें बताया अलबेला
सुतापा ने इरफान के अकेलेपन को एक लाइन में बताते हुए लिखा- “मैं तो हूं अलबेला हज़ारों में अकेला” आर्टिकल के बारे में उन्होंने लिखते हुए कहा कि यह एक लंबा आर्टिकल है, मुझे संदेह है कि बहुत से लोग इसे पढ़ेंगे! हालांकि मुझे एक बात पता है कि अगर इरफ़ान जीवित होते तो वे इस लेखक को ढूंढ निकालते। वास्तव में आपकी ईमानदारी ने इरफान के लिए ये किया है।
सुतापा ने लेखक का किया शुक्रिया अदा
सुतापा ने आगे लिखा- मैंने इस आर्टिकल को पढ़ते हुए पूरी जर्नी को एक बार फिर जिया। अभ्रोज्योति चक्रवर्ती को बहुत-बहुत धन्यवाद।
इरफान ने अपनी बीमारी के बारे में पत्नी को भी नहीं बताया!
इरफान खान के फैन द्वारा इस आर्टिकल में लिखा गया है कि कैसे इरफान खान ने अस्पताल के फोन बूथ से घर पर कॉल किया और आईसीयू में होते हुए भी अपनी पत्नी को डराना नहीं चाहते थे, इसलिए उन्होंने पत्नी को पेट की समस्या बताई और कहा कि मामूली सी दिक्त है और कुछ भी नहीं। इस स्थिति में पत्नी सुतापा सिकदर अपने पति के साथ ना होने पर खुद को दोषी मानती है। जिसके बाद इरफान खान एक दर्दभरी मुस्कुराहट के साथ कहते है कि ये बीमरी इतनी बुरी नहीं है। जिसके बाद उनकी पत्नी डॉक्टर के बारे में पूछती है। ये सवाल पूछने पर इरफान जवाब देने से पहले थोड़ा रुक जाते है। जिसके बाद पत्नी को शक हो जाता है कि कुछ तो इरफान छिपा रहे है। हालांकि फोन पर बात करते और सच ना बताने पर उनके हाथ कंपकंपाते-लड़खड़ाते है। इसके बावजूद इरफान कहते है चिंता मत करो, ये तो (बीमारी) कुछ भी नहीं है।
लेखक ने इरफान के फिल्मी किरदार पर कहा
लेखक आगे लिखता है कि जब से 2020 में इरफ़ान खान का निधन हुआ है, मैं अक्सर उनकी फिल्म द नेमसेक से इस पल में लौट आता हूं। कुछ तो है शख्स के चाल-चलन में- जिसे इरफान खान ने कभी उनके द्वारा निभाए गए हर किरदार को “लय” (Rythm) कहा था- जो महीनों तक मेरे साथ रहा। खान का करियर कई तरह से दुखद भूमिकाओं से भरा था- मकबूल में एक बर्बाद प्रेमी, पान सिंह तोमर में एक जिद्दी डाकू, जुरासिक वर्ल्ड में हेलीकॉप्टर से डायनासोर का पीछा करने वाला एक अरबपति- और फिर भी मैं एक मौत के दृश्य को दोहराता रहता हूं जहां उनका किरदार दर्शकों को यह नहीं बताने देता कि क्या आने वाला है। वो शख्स फोन रखने से पहले अपनी पत्नी को समझाता है कि वो ठीक है। और फिर वो अपनी जेब में हाथ डालते हुए हमसे दूर चला जाता है।
मेरा आर्टिकल पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद- लेखक
लेखक द्वारा लिखे इस आर्टिकल को इरफान की पत्नी ने शेयर किया। जिस पर आर्टिकल के लेखक ने उनका धन्यवाद किया। लेखक ने लिखा- ‘मेरा निबंध पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं वास्तव में इसकी प्रशंसा करता हूँ। मैंने उन्हें केवल स्क्रीन पर देखा है, लेकिन मैं हर दिन उनके बारे में सोचता हूं।’ जिसके जवाब में सुतापा ने लिखा- ‘धन्यवाद!! अब मुझे पता है कि इस आर्टिकल को किसने लिखा है।’
शेयर किए आर्टिकल पर यूजर्स ने दी अपनी प्रतिक्रिया
फेसबुक पर शेयर किए गए इस आर्टिकल पर कई यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रियाएं भी दी है। एक यूजर ने लिखा- ‘उनके जीवन की यात्रा का सुंदर चित्रण किया गया है।’
वहीं एक और यूजर ने कमेंट कर लिखा- ‘इरफ़ान की हमारे साथ रहने की यात्रा जारी है, जो हमें नई अंतर्दृष्टि और जागृत भावनाओं को एक समुद्र के रूप में कोमल और सूक्ष्म रूप से कम ज्वार पर धीरे-धीरे घटती जा रही है। हम जानते हैं कि ये हमारे पास वापस लौट आएगा।’
एक और यूजर ने लिखा- ‘ये इतना सुंदर टुकड़ा है। कई हस्तियां हैं- जो अलग-अलग उम्र और कारणों से- हाल ही के सालों में गुजरे हैं। लेकिन इरफ़ान की मृत्यु व्यक्तिगत लगती है, जैसे कि मैं उन्हें जानता था, जैसे कि मैं आपको और आपके परिवार को जानता हूं। हर बार जब मैं सोचता हूं, उनके बारे में पढ़ता हूं या देखता हूं तो नुकसान की भावना तीव्र होती है’
इरफान की जिंदगी से जुड़े हर पहलु को खूबसूरती से पिरोया
बता दें कि लेखक ने इस आर्टिकल में इरफान खान की जिंदगी से जुड़े हर पहलु को विस्तार से बताया है। साथ ही लेखन ने इरफान खान को कितनी बारीकी से फॉलो किया है, इसकी झलक भी उनके आर्टिकल में देखने को मिलेगी। इरफान खान की एक-एक फिल्म को और उस दौरान इरफान के लम्हों को भी इस आर्टिकल में बड़ी ही खूबसूरती से पिरोया गया है।