Home मनोरंजन बॉलीवुड ऐसे हुई थी अमिताभ बच्चन की राजनीति में एंट्री एग्जिट, जानें उनसे जुड़ी कुछ अनसुनी बातें

ऐसे हुई थी अमिताभ बच्चन की राजनीति में एंट्री एग्जिट, जानें उनसे जुड़ी कुछ अनसुनी बातें

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ऐसे हुई थी अमिताभ बच्चन की राजनीति में एंट्री एग्जिट, जानें उनसे जुड़ी कुछ अनसुनी बातें

इंडस्ट्री के शहंशाह कह लीजिये या एक्टिंग के बेताज बादशाह, बॉलीवुड में अमिताभ बच्चन ने सफलता की इतनी ऊंचाइयां हासिल की हैं, जिनकी तारीफ के लिए शब्द कम पड़ जाएंगे। चाहे विलन का किरदार हो या हीरो का, उनकी बेमिसाल एक्टिंग का युवाओं से लेकर बच्चों तक हर कोई कायल है। ज़िन्दगी के 78 उम्र के होने के बावजूद आज भी उनकी पॉपुलैरिटी में कोई कमी नहीं आई है। आइये जानें बॉलीवुड के महानायक से जुड़ी कुछ ख़ास बातें…

दो दिन मनाते हैं बर्थडे 

क्या आप जानते हैं कि अमिताभ एक दिन नहीं बल्कि साल में दो बार अपना बर्थडे मनाते हैं। इसके पीछे की वजह काफी ख़ास है। आज 11 अक्टूबर को अमिताभ का असल जन्मदिन है लेकिन लोग 2 अगस्त को भी उनका बर्थडे मनाते हैं। दरअसल 1982 में उनकी फिल्म कुली की शूटिंग चल रही थी। उसी दौरान अमिताभ के साथ एक हादसा हो गया। उनको एक एक्शन सीन करना था जिसमें अमिताभ का डबल रोल था। लेकिन ये सीन अमिताभ ने खुद करने का फैसला लिया। लेकिन स्टंट करते हुए टेबल का एक कोना उनकी पेट में जा कर लगा। और उनकी स्प्लीन फट गई। हॉस्पिटल में एडमिट होने के दौरान अमिताभ कुछ टाइम के लिए पूरी तरह से मृत हो गए थे। लेकिन दुआओं का दौर जारी रहा और अमिताभ होश में आ गए।  जिसके बाद से उनका जन्मदिन दो बार मनाया जाता है।

राजनीति में अमिताभ का एंट्री एग्जिट 

भारत के पूर्व पीएम राजीव गांधी और अमिताभ बच्चन के प्रगाण रिश्तों से हर कोई वाकिफ है। इन दोनों का रिश्ता इतना गहरा था कि कभी कभी अमिताभ की फिल्म की शूटिंग सेट पर दोनों को साथ देखा गया है। बताया जाता है अमिताभ की राजनीति में एंट्री की मुख्य वजह राजीव गांधी ही थे। उन्होंने ही सदी के महानायक को सियासी गलियारों में एंट्री करने के लिए प्रेरित किया था। जिसके बाद साल 1984 में अमिताभ कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में इलाहाबाद लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे और भारी मतों में वोट हासिल किये।  लेकिन तीन साल बाद उन्होंने अपने राजनैतिक सफर से हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।

कभी 800 रुपये में चलता था गुजारा 

अमिताभ ने अपने करियर की शुरुआत कोलकाता में एक सुपरवाइज़र के तौर पर की। जहां उन्हें महीने का मात्र 800 रुपये वेतन मिलता था। किसने सोचा था कि उस दौरान 800 रुपये में गुज़ारा वाला व्यक्ति आज पूरी बॉलीवुड इंडस्ट्री पर होना वर्चस्व कायम कर देगा। हालांकि कोलकाता में उन्होंने ये नौकरी 1968 में छोड़ दी। और अपने एक्टिंग के सपनों को उड़ान देने का फैसला किया। जिसके बाद उन्होंने मायानगरी मुंबई में कदम रखा। आज उनकी कड़ी मेहनत, लगन और टैलेंट की बदौलत अमिताभ सिर्फ पैसों से नहीं बल्कि दुआओं से भी काफी अमीर हैं।

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