Film Agneepath Facts: 1990 में रिलीज हुई अग्निपथ आज भी बॉलीवुड की सबसे बेहतरीन और आइकॉनिक फिल्मों में से एक मानी जाती है। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने विजय दीनानाथ चौहान का किरदार निभाया था, जो आज भी उनके करियर की सबसे यादगार भूमिकाओं में से एक है। हालांकि, रिलीज के समय दर्शकों ने इस फिल्म को फ्लॉप घोषित कर दिया था। लेकिन आज यह फिल्म एक क्लासिक बन चुकी है और इसके दमदार डायलॉग्स, बेजोड़ एक्टिंग और कमाल की कहानी आज भी दर्शकों को याद है।
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फिल्म की पहली प्रतिक्रिया और फ्लॉप का टैग- Film Agneepath Facts
अग्निपथ के बारे में एक दिलचस्प फैक्ट यह है कि पहली रिलीज़ के समय इस फ़िल्म को दर्शकों से नकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी। इसे बॉक्स ऑफ़िस पर फ्लॉप घोषित कर दिया गया था, लेकिन बाद में यह हिट हो गई जो फ़िल्म इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा आश्चर्य था। विजय दीनानाथ चौहान की भूमिका में अमिताभ अभिनीत इस फिल्म ने दर्शकों का दिल जीत लिया, लेकिन शुरुआत में इसे आलोचकों और दर्शकों से मिली-जुली प्रतिक्रिया रही।
बिग बी की डबिंग की कहानी
अमिताभ बच्चन ने कौन बनेगा करोड़पति (सीजन 16) के दिवाली स्पेशल एपिसोड में इस फिल्म के निर्माण के दौरान की एक दिलचस्प कहानी साझा की। इस एपिसोड में उन्होंने बताया कि क्यों उन्हें अग्निपथ के डायलॉग्स (Film Agneepath dialogues) को दोबारा डब करने की जरूरत पड़ी थी। फिल्म की शूटिंग के दौरान कुछ डायलॉग्स की गहरी और सशक्त आवाज़ की जरूरत महसूस हुई। अमिताभ ने खुद कहा कि, “मुझे विजय दीनानाथ चौहान के दमदार डायलॉग्स को फिर से रिकॉर्ड करने की जरूरत पड़ी क्योंकि मैं चाहता था कि वह मेरी आवाज़ में उतनी ही शक्ति और गहराई हो, जो फिल्म में मेरी भूमिका के लिए आवश्यक थी।”
फिल्म रिलीज होने के बाद फिर डब करने पड़े डायलॉग
अमिताभ ने आगे कहा, ‘एक आदमी कल्याणजी-आनंदजी के घर आता था, जिसकी आवाज बहुत भारी थी, इसलिए मैंने सोचा, क्यों न उसी तरह विजय की आवाज बनाई जाए? ..किरदार का पहला शॉट उसी से प्रेरित था। हालांकि, जब फिल्म रिलीज हुई, तो निर्माता ने फोन करके बताया कि थिएटर में समस्याएं आ रही हैं। दर्शक सीटें फाड़ रहे थे और साउंड डिपार्टमेंट से कह रहे थे, ‘यह अमिताभ जैसा नहीं लगता, साउंड सिस्टम ठीक करो!’ इसी वजह से अमिताभ बच्चन को विजय दीनानाथ चौहान के डायलॉग फिर से डब करने पड़े थे।
फिल्म का निर्माण और इसकी सफलता
अग्निपथ का निर्देशन मुकुल एस. आनंद ने किया था और इसका संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने दिया था। फिल्म की कहानी एक संघर्षशील आदमी की थी, जो अपने परिवार की मृत्यु का बदला लेने के लिए एक जघन्य अपराधी बन जाता है। विजय दीनानाथ चौहान का किरदार एक ऐसे व्यक्ति का था, जो अपने व्यक्तिगत और पारिवारिक कष्टों के बावजूद अपने सपनों को पूरा करने की जिद पर अड़ा था। अमिताभ बच्चन ने इस रोल को इतनी शिद्दत से निभाया कि वह इस किरदार के साथ पूरी तरह से मेल खा गए।
फिल्म में उनके संवाद जैसे “अग्निपथ, अग्निपथ, अग्निपथ” और “जो डर गया, समझो मर गया” आज भी दर्शकों की जुबान पर रहते हैं। यही नहीं, फिल्म के अन्य कलाकारों, जैसे कि मिथुन चक्रवर्ती और डैनी डेंज़ोंगपा की अदाकारी भी प्रभावशाली रही, जिसने फिल्म को एक नया आयाम दिया।
‘अग्निपथ’ का फ्लॉप से हिट तक का सफर
यह फिल्म (Amitabh Bachchan Films) 28.5 करोड़ रुपये के बजट पर बनी थी और केवल 10 करोड़ रुपये ही कमा सकी और बॉक्स ऑफिस पर असफल घोषित कर दी गई। फिर भी, यह फिल्म बिग बी के करियर में एक मील का पत्थर साबित हुई और उन्होंने इसे एक नए अवतार में जीवित किया। फिल्म को बाद में 2012 में करण जौहर ने रीमेक किया, जिसमें ऋतिक रोशन और प्रियंका चोपड़ा प्रमुख भूमिकाओं में थे, लेकिन मूल फिल्म का प्रभाव आज भी कायम है।
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