Anurag Kashyap Phule Controversy: बॉलीवुड के चर्चित फिल्म निर्माता और निर्देशक अनुराग कश्यप एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। इस बार मामला ब्राह्मण समुदाय पर कथित आपत्तिजनक बयान से जुड़ा है। कश्यप की टिप्पणी से न सिर्फ सोशल मीडिया पर भारी नाराजगी देखने को मिल रही है, बल्कि अब ब्राह्मण संगठनों और सामाजिक समूहों ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग तेज कर दी है। मामला इतना बढ़ गया है कि चाणक्य सेना ने उनके चेहरे पर कालिख पोतने वाले को 1 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा कर दी है।
क्या है पूरा विवाद? (Anurag Kashyap Phule Controversy)
अनुराग कश्यप हाल ही में फिल्म ‘फुले’ के समर्थन में सोशल मीडिया पर लगातार सक्रिय रहे हैं। यह फिल्म भारत के प्रसिद्ध समाज सुधारक ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित है। फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद कुछ ब्राह्मण संगठनों ने यह आरोप लगाया कि इसमें ब्राह्मणों को नकारात्मक रूप में प्रस्तुत किया गया है। इन्हीं आपत्तियों पर प्रतिक्रिया देते हुए अनुराग कश्यप ने कथित तौर पर ऐसा बयान दिया, जिसे ब्राह्मण समुदाय ने अपमानजनक और घृणा फैलाने वाला बताया।
अनुराग की इस टिप्पणी के विरोध में देशभर के कई ब्राह्मण संगठनों ने नाराजगी जताई है। उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई है। सोशल मीडिया पर भी #BoycottAnuragKashyap जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
चाणक्य सेना का बड़ा ऐलान, भड़के ब्राह्मण संगठन
शनिवार को चाणक्य सेना ने एक ऑनलाइन बैठक आयोजित की, जिसमें सर्व ब्राह्मण महासभा, ब्राह्मण सेवा संघ, अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा, विश्व ब्राह्मण परिषद और अखिल भारतीय ब्राह्मण संघ समेत कई संगठनों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में चाणक्य सेना के मुख्य संरक्षक पंडित सुरेश मिश्रा ने अनुराग कश्यप के बयान की निंदा करते हुए कहा, “ऐसे लोगों को सबक सिखाना जरूरी है जो समाज को बांटने और नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।”
चाणक्य सेना ने यहां तक घोषणा कर दी कि जो भी अनुराग कश्यप के चेहरे पर कालिख पोतेगा, उसे 1 लाख रुपये का नकद इनाम दिया जाएगा। संगठन का कहना है कि यह सिर्फ एक विरोध का प्रतीक है, जिससे ऐसे फिल्मकारों को यह संदेश मिले कि समाज के भावनाओं से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
“ब्राह्मणों का अपमान बर्दाश्त नहीं” – संगठनों का आक्रोश
ब्राह्मण संगठनों का कहना है कि समाज की एकता, संस्कृति और इतिहास में ब्राह्मणों की भूमिका हमेशा सकारात्मक रही है। ऐसे में एक प्रसिद्ध फिल्म निर्माता द्वारा सोशल मीडिया जैसे सार्वजनिक मंच पर समुदाय को गलत ढंग से प्रस्तुत करना अत्यंत निंदनीय है। संगठनों ने सवाल उठाया कि क्या ब्राह्मणों ने इस देश के लिए बलिदान नहीं दिया? क्या उन्होंने कभी समाज के खिलाफ काम किया?
एक वक्तव्य में कहा गया, “जो लोग हमेशा सभी के कल्याण की बात करते आए हैं, उन्हें निशाना बनाकर सस्ती लोकप्रियता बटोरने की कोशिश हो रही है। अनुराग कश्यप को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।”