पहले के समय में लोग अपने दांतों को साफ करने के लिए टूथपेस्ट की जगह नीम या बबूल की दातुन का इस्तेमाल करते थे। लेकिन जैसे-जैसे समय बदला, लोग टूथपेस्ट से परिचित होते गए और दातुन को छोड़कर सभी ने अलग-अलग ब्रांड के पेस्ट का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया और ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए ये ब्रांड दावा करने लगे कि ये आयुर्वेदिक है, इसमें 5 जड़ी-बूटियों के गुण हैं। हालांकि, कुछ घटनाओं के बाद इस बात पर बहस शुरू हो गई कि क्या हमारे टूथपेस्ट में नॉनवेज तत्व मिलाए जाते हैं? ऐसे में जो लोग शाकाहारी हैं उन्हें इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि वे नॉनवेज टूथपेस्ट का इस्तेमाल न कर रहे हों।
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टूथपेस्ट में नॉनवेज इंग्रीडिएंट को कैसे पहचाने?
भारत में उपभोक्ताओं के लिए यह जानना ज़रूरी है कि वे जिस टूथपेस्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह शाकाहारी है या मांसाहारी। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने इस संबंध में कुछ स्पष्ट नियम और दिशा-निर्देश बनाए हैं, ताकि उपभोक्ताओं को सही जानकारी मिल सके। आइए जानते हैं कि कैसे पहचानें कि आपका टूथपेस्ट शाकाहारी है या मांसाहारी।
आम तौर पर ज़्यादातर टूथपेस्ट पर यह साफ़ लिखा होता है कि उनमें कोई भी पशु तत्व नहीं है या उनका जानवरों पर परीक्षण नहीं किया गया है। कई टूथपेस्ट पर 100% शाकाहारी होने का भी दावा किया जाता है। अलग-अलग कंपनियाँ अपने उत्पादों के बारे में अलग-अलग दावे करती हैं। आप टूथपेस्ट खरीदने से पहले उसके तत्वों की जाँच कर सकते हैं या फिर किसी डेंटिस्ट से टूथपेस्ट के लिए सलाह ले सकते हैं।
पैकेजिंग पर निशान देखें
FSSAI के नियमों के अनुसार, सभी खाद्य और व्यक्तिगत देखभाल उत्पादों पर स्पष्ट लेबलिंग होना आवश्यक है। टूथपेस्ट के मामले में
हरा बिंदु: यह शाकाहारी उत्पाद को दर्शाता है।
भूरा त्रिकोण: यह मांसाहारी उत्पाद को दर्शाता है।
नॉन वेज पहचाने के लिए निर्माता की वेबसाइट पर जाएं
कई ब्रांड अपनी वेबसाइट पर अपने उत्पादों और उनकी सामग्री के बारे में विस्तृत जानकारी देते हैं। यह जानकारी आपको यह जानने में मदद कर सकती है कि आपका टूथपेस्ट शाकाहारी है या मांसाहारी।
अगर पैकेजिंग और वेबसाइट पर पर्याप्त जानकारी नहीं दी गई है, तो आप ब्रांड की ग्राहक सेवा से संपर्क कर सकते हैं। वे आपके सवालों के जवाब देने में आपकी मदद कर सकते हैं।
क्या कहता है FSSAI के दिशानिर्देश?
FSSAI ने उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए स्पष्ट लेबलिंग अनिवार्य कर दी है। इसके तहत सभी उत्पादों पर शाकाहारी और मांसाहारी का स्पष्ट संकेत होना चाहिए।
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