Water Poisoning: हमारे शरीर को अच्छे से काम करने के लिए पानी की आवश्कता होती है. इसलिए हमारे शरीर को पानी के बिना नहीं चलाया जा सकता. लेकिन कई बार ज्यादा पानी पिने से हमे ओवरहाइड्रेट हो जाता है. जो हमारे शरीर में जहर का काम करता है. हमारे शरीर के लिए अच्छा नहीं होता है.
एक दिन हमारे शरीर को कितना पानी चाहिए यह निर्धारित करना करने का कोई फार्मूला तो नहीं है. लेकिन कई बार लोगों से सुना है कि एक दिन में 7-8 गिलास पानी पीना चाहिए. यह अनुमान इतना भी बुरा नहीं है, हम इस अनुमान को अपने जीवन में लागू कर सकते है. लेकिन इससे भी अच्छा यह तरीका है कि जब भी आपको प्यास लगे, तभी पानी पी ले. बिना प्यार के पानी न पिए, इससे ओवरहाइड्रेट होने का खतरा होता है.
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बहुत अधिक पानी पिने से क्या होता है?
Water Poisoning: जब आप बहुत अधिक पानी पीते हैं, तो शरीर में जल विषाक्तता, मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में हानि हो सकती है. ऐसा तब होता है जब कोशिकाओं में बहुत अधिक पानी होता है, जिससे आपकी कोशिकाओं में सूजन आ जाती है. लेकिन जब मस्तिष्क की कोशिकाएं सूज जाती हैं तो वे मस्तिष्क में दबाव पैदा करती हैं. आपको भ्रम और सिरदर्द जैसी चीज़ों का अनुभव होना शुरू हो सकता है. यदि यह दबाव बढ़ता है तो यह उच्च रक्तचाप और कम हृदय गति जैसी स्थितियों का कारण बन सकता है. जिससे हमारे शरीर को काफी हानि हो सकती है.
सोडियम, जो ओवरहाइड्रेशन से सबसे अधिक प्रभावित होता है, जिससे ‘हाइपोनेट्रेमिया’ की स्थिति उत्पन्न होती है. हमारे शरीर में सोडियम कोशिकाओं के अंदर और बाहर तरल पदार्थ के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है.जब शरीर में पानी की अधिक मात्रा के कारण इसका स्तर निचे चला जाता है. तो तरल पदार्थ कोशिकाओं के अंदर चला जाता है. तो कोशिकाएं सूज जाती है जिससे कोमा में जाने का डर बढ़ जाता है.
जरूरत से ज्यादा पानी पिने के नुकसान
पेट फूलना : हम आपको बता दे कि जरूरत से ज्यादा पानी पीने से हमारा पेट फूल जाता है, जिससे सिरदर्द, उल्टी जैसे समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जिसके चलते आप बहुत ज्यादा बीमार भी हो सकते हो.
किडनी पर असर : बहुत अधिक पानी पीने से किडनी को वेस्ट भर निकलने में काफी मेहनत करनी पडती है. जिससे हार्मोन रिएक्शन हो जाता है. फिर आप थका हुआ महसूर करते हो. अगर बहुत ज्यादा पानी पीने के बाद आपका बाथरूम कम आता गई तो समझ जाएं की आपकी किडनी आपनी क्षमता से अधिक कम कर रही है.
वाटर पॉइजनिंग : बहुत अधिक पानी पिने से हमारा ब्रेन फंक्शन अच्छे से नहीं कर पता. जिससे हमारे खून में पानी की मात्रा बढ़ जाती है. उसे वाटर पॉइजनिंग कहते है.
सोडियम की कमी : जरूरत से अधिक पानी पीने से सोडियम की कमी हो जाती है जिससे हाइपोनेट्रेमिया की स्थिति उत्पन्न होती है, जिससे कोशिकाएं सूज जाती है और कोमा में जाने का डर बढ़ जाता है.
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