हार्ट फेलियर से है जान का खतरा
मानव हृदय या हार्ट शरीर के सबसे जरुरी अंगों में से एक है। अगर आपको या आपके परिवार में से किसी को भी हृदय रोग है तो उसके मन में हमेशा एक अलग तरह का डर बैठा हुआ रहता है। हार्ट शरीर का इतना महत्वपूर्ण हिस्सा है की अगर यह कुछ सेकंडों के लिए धड़कना बंद कर दे तो इंसान के प्राण पखेरू हो जाता है। तो ऐसे में क्या करना चाहिए ? सबसे पहले तो यह समझना जरुरी है कि आखिर उस इंसान को सच में हार्ट फेलियर होने का जोखिम है। आप कुछ संकेत और लक्षण के जरिए यह समझ सकते हैं की सामने वालों को सच में हार्ट फेलियर होने का खतरा है।
हार्ट फेलियर हमेशा कमजोर हृदय वाले लोगों को होता है या फिर अचानक से कुछ ऐसा हो जाने से जिससे आपकी धड़कन की गति नियंत्रण से बहार चली जाती है। ऐसी स्थिति में एक या एक से अधिक रक्त वाहिकाएं सही से काम नहीं करती जिस कारण शरीर के उस हिस्से में रक्त का संचालन सही से नहीं होता ऐसे में मौत का भी खतरा होता है। इस स्थिति को सही से समझने के लिए और सही समय पर समझने के लिए आपको हार्ट फेलियर के शुरूआती लक्षण को समझना जरुरी है। इससे भी पहले यह समझना जरुरी है की कितने प्रकार के हार्ट फेलियर होते हैं। हार्ट फेलियर के पांच बड़े लक्षण जिसके बारे में आज हम बात करेंगे।
हार्ट फेलियर के प्रकार
ऐसे तो बहुत प्रकार के हार्ट फेलियर होते हैं पर मूल रूप से दो ही सबसे बड़े गैरत फेलियर होते हैं। लेफ्ट साइडेड हार्ट फेलियर और राइट साइडेड हार्ट फेलियर। इसमें आपके दिल का निचला बायां हिस्सा बड़ा हो जाता है जिस कारण से आपके शरीर के बाकि हिस्सों में ऑक्सीजन युक्त रक्त सही मात्रा में नहीं पहुँच पति और जान जाने का खतरा होता है।
हार्ट फेलियर का दूसरा महत्वपूर्ण प्रकार है राइट साइडेड हार्ट फेलियर। मूल रूप से राइट साइडेड हार्ट फेलियर का प्रमुख कारण है लेफ्ट साइडेड हार्ट फेलियर। इस प्रकार के भी हार्ट फेलियर में आपका हृदय सही से बाकि शरीर को ऑक्सीजन युक्त रक्त नहीं पहुंचा पता। फेफड़ों में दिक्कत या फिर शरीर के अंदरूनी हिस्सों में कोई भी दिक्कत इस प्रकार के हार्ट फेलियर का कारण हो सकता है।
हार्ट फेलियर के पांच बड़े लक्षण
जकड़न
जकड़न हार्ट फेलियर का सबसे बड़ा लक्षण है। हार्ट फेलियर के कारण आपके फेफड़ों में तरल पदार्थ बन सकता है। जिस कारण इंसान को साँस लेने में दिक्कत, खासी और सांस लेने में दिक्कत हो सकता है।
टखनों और जांघो में हो सकती है सूजन
जब हृदय सही से शरीर के बाकि हिस्सों में रक्त नहीं पम्प क्र पता तो शरीर के निचले हिस्सों से प्रयोग किया हुआ खून वापस लेने में भी दिक्कत होता है। जिस कारण पैरों, टखनों, पेट और जांघों में तरल पदार्थ जमा हो जाता है, और शरीर के इन सब भागों में सूजन हो जाता है।
सांसों का छोटा हो जाना
सांसों का छोटा हो जाना भी हार्ट फेलियर का एक बहुत बड़ा लक्षण है। जब आपको हार्ट फेलियर का अनुभव होगा तब दिल की धड़कन बढ़ जाएगी जिस कारण आपको भरपूर साँस लेना में दिक्कत हो सकता है। दिल के सभी भागों में सही से खून का ना पहुंचना एक बड़ा कारण शरीर के साँस लेने में दिक्कत होने का जिस कारण आपका शरीर भी स्थिर नहीं रहता।
व्यायाम करने में कम सक्षम होना
हृदय रोग वाले ऐसे भी व्यायाम करने में आम इंसान मुताबिक कम सक्षम होते है। वह थोड़ा व्यायाम करने के बाद भी बहुत जायदा थकान का अनुभव करते है।
रोजाना के काम को पुरा करने में कठिनाई
जिस इंसान के हार्ट फेलियर के चान्सेस होते है वह अपने रोज़ाना के काम को पूरा करने में भी सक्षम नहीं रहते। उन्हें अपने रोज़ाना के काम को पूरा करने में भी कठिनाई का सामना करता पड़ता है।