दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला के बेटे जेन नडेला अब इस दुनिया में नहीं। 26 साल के जेन नडेला का निधन हो गया। सोमवार सुबह जेन ने अंतिम सांस ली। सत्या नडेला के तीन बच्चों में जेन सबसे बड़े और अकेले बेटे थे। उनकी दो बेटियां हैं।
जेन नडेला बचपन से ही बीमारी का शिकार थे। उन्हें जन्म के बाद से ही Cerebral Palsy नाम की बीमारी थी। जेन नडेला का जन्म उस वक्त हुआ जब सत्या नडेला और उनकी पत्नी अनुपमा अपने करियर में बिजी थे। तब उन्होंने अपने पहले बच्चे की प्लानिंग की थी।
प्रेग्नेंसी के 36वें हफ्ते में अनुपमा को ऐसा लगा कि उनका बच्चा उतना मूव नहीं कर रहा, जितना करना चाहिए। तब उन्होंने एक लोकल हॉस्पिटल में गई। इस दौरान इमरजेंसी में डॉक्टर ने उनका ऑपरेशन किया। जब जेन की डिलीवरी हुई तो वो महज 3 पाउंड यानी करीब 1.3 किलो के थे। इसके अलावा डिलीवरी के बाद जेन रोया भी नहीं। जेन प्री मैच्योर थे। उनकी डिलीवरी 5 महीने में ही हो गई थीं।
दरअसल, जेन मां के गर्भ में ही सेरेब्रल पाल्सी का शिकार हो गए थे। कुछ सालों बाद पता चला कि गर्भाशय के श्वासावरोध ने जेन को नुकसान पहुंचाया था। गंभीर सेरेब्रल पाल्सी का शिकार होने की वजह से उन्हें जिंदगीभर व्हीलचेयर की जरूरत पड़ गई।
क्या है Celebral Palsy?
सेरेब्रल पाल्सी मस्तिष्क और मांसपेशियों से जुड़ी समस्या है। बच्चों में ये बीमारी पाई जाती है। नवजात शिशुओं या फिर 4 साल से कम उम्र के बच्चों में बीमारी देखने मिलती है। ये बीमारी उनकी शारीरिक गति, चलने-फिरने की क्षमता को प्रभावित करती है। जन्म से पहले, जन्म के दौरान या फिर उसके तुरंत बाद भी ये बीमारी हो सकती है।
बीमारी के सिम्टम्स की बात करें तो ये हर एक में अलग अलग होते है। किसी में बीमारी का असर पूरी बॉडी में होता है, तो किसी के कुछ हिस्स प्रभावित होते है। सेरेब्रल पाल्सी के सिम्टम्स में मांसपेशियों में खिंचाव, मांसपेशियों में सिकुड़न, खाना खाने या निगलने में तकलीफ, शरीर का एक हिस्सा दूसरे के मुकाबले कम उपयोग होना, बोलने में मुश्किल होना या फिर शब्द मुश्किलों से निकल पाना, अत्यधिक लार आना, घुटनों को अंदर की तरफ मोड़कर चलना, चलने में मुश्किल और मांसपेशियों में संतुलन की कमी होना शामिल होना।