वैश्विक महामारी कोरोना वायरस पूरी दुनिया के लिए बहुत बड़ी मुसीबत बना हुआ है. भारत समेत कई देशों में इसका कहर लगातार जारी है. 78 लाख से भी ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं, तो वहीं 4 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर के लोगों के मन में डर का माहौल बना हुआ है. ये वैश्विक महामारी छूने से भी फैलती है. ऐसे में सैनिटाइजर की डिमांड काफी बढ़ गई है. डॉक्टर भी कोरोना के संक्रमण के बचने के लिए बार-बार हाथ धोने की सलाह दे रहे हैं. ऐसे में आजकल लोग किसी भी चीज को छूने के बाद सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं.
हो सकती हैं ये दिक्कतें
लोग सिर्फ हाथों के लिए ही नहीं, सैनिटाइजर का इस्तेमाल सब्जियों, फलो और खाने-पीने की अन्य चीजों पर भी कर रहे हैं, जो सही नहीं है. ऐसा करना खतरनाक भी साबित हो सकता है. डायरेक्ट खाने-पीने की चीजों पर सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने से स्वास्थ्य सम्बन्धी दिक्कतें हो सकती हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक सैनिटाइजर का इस्तेमाल हाथों और मेटल से बनी हुई चीजों पर करना चाहिए.
फल-सब्जी में 7 घंटों तक रहता है वायरस
कोई भी सामान बाजार से खरीदकर लाने के बाद उसे कम से कम चार घंटे के लिए छोड़ देना चाहिए. ऐसे में अगर उस सामान में कोरोना वायरस होगा, तो भी वो खत्म हो जाएगा. सब्जी और फलों में कोरोना वायरस 7 घंटों तक रहता है. ऐसे में बाजार से इसे लाने के बाद कुछ घंटों के लिए अलग छोड़ देना चाहिए. जिस पैकेट या फिर कैरी बैग में सामान लाए हैं, उसको फेंक देना चाहिए. इसके बाद फल-सब्जियों को गर्म पानी से धो लेना चाहिए.
पके खाने में नहीं होता डर
वहीं, कुछ लोगों को बाहर से ऑर्डर किए गए खाने में भी डर रहता है. हालांकि पके हुए खाने में कोई खतरा नहीं होता. लेकिन बाजार से खाने ऑर्डर करने पर कई चीजों का ध्यान रखना होता है, जैसे कि इसको घर तक कौन ला रहा, इसकी पैकिंग कौन कर रहा है. खाना बनने के बाद पैकिंग से लेकर डिलवरी तक इसको कई लोग छूते हैं. ऐसे में अगर जरूरी ना तो बाहर का खाना ना खाएं.