कोरोना महामारी की सेकेंड वेव का प्रकोप कम होने का नाम ही नहीं ले रहा। हर तरफ दूसरी लहर के चलते हाहाकार मचा हुआ है। कोरोना के मामले रोजाना ही रिकॉर्ड तोड़ रहे है, वहीं मृतकों की संख्या भी बढ़ती ही चली जा रही है।
कोरोना की सेकेंड वेव पहली वाली से कई ज्यादा खतरनाक और संक्रामक है। एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से ज्यादा लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। वहीं अस्पतालों की हालत भी बिगड़ती चली जा रही है। अस्पतालों में इस वक्त मरीजों को बेड नहीं मिल रहे। यही वजह है कि अधिकतर मरीजों कोय होम आइसोलेशन में रहने की ही सलाह दी जा रही है।
होम आइसोलेशन में 14 दिन रहकर वायरस को मात दी जा सकती है। आइए आपको बताते हैं कि इन 14 दिनों में कोरोना कैसे किसी मरीज के शरीर पर असर डालता है और इस दौरान वायरस को कैसे मात दी जा सकती है?
पहले चार दिन क्या करें?
कोरोना के इन 14 दिनों को तीन फेज में समझना होगा। सबसे पहले बात शुरुआती 4 दिनों की करते हैं। किसी मरीज की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव, तो घबराने की जरूरत नहीं। इन शुरुआती चार दिनों में विशेष तौर पर नजर बनाए रखने की जरूरत है। ये वो वक्त होता है, जब वायरस गले में रहता है और इस दौरान वो शरीर में फैलने की कोशिश करता है। इस दौरान वायरस ज्यादा शक्तिशाली रहता है। इसलिए सेहतमंद खाना खाएं और एक्सरसाइज भी करें। साथ में अपना ऑक्सीजन लेवल और टेंपरेचर मॉनिटर करते रहे। इसके अलावा डॉक्टर से भी संपर्क में रहे और जो टेस्ट और वो कहें उसे करा लें। साथ में दवाईयां भी डॉक्टर से सलाह कर ही लें।
पांचवें से नौवें दिन तक रखें इन बातों का ध्यान
इसके बाद आता है दूसरा फेज, जो 5वें से 9वें दिन का होता है। इस दौरान बुखार कम होने लगता है। ऐसे में आपको प्रोटीन वाला खाना खाना चाहिए। इस वाले फेज में अधिकतर पीठ में दर्द की समस्या होती है और साथ में शरीर में भी दर्द महसूस होता है। पीठ स्ट्रेच करने वाली एक्सरसाइज करें। इसके अलावा स्टीम लेते रहें। साथ में टेंपरेचर और ऑक्सीजन लेवल चेक करते रहे। वहीं सूप और चाय के साथ सत्तू भी खा सकते हैं। इस दौरान रोजाना दो उबले अंडे खाना फायदेमंद साबित हो सकता है।
फिर आता है रिकवरी फेज
तीसरा फेज होता है, 9वें से 14वें दिन का। इसको रिकवरी फेज भी कह सकते है। इस दौरान रिकवरी शुरू हो जाती है और मरीज कोरोना से बाहर आ जाता है। हालांकि इस दौरान सबसे ज्यादा ख्याल डाइट का रखना चाहिए। साथ में एक्सरसाइज के समय को भी बढ़ा देना चाहिए। इस फेज के दौरान भी आइसोलेट ही रहें और अपना ध्यान रखें।
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